जानिए कौन हैं बर्डमैन ऑफ इंडिया, भारत के पहले पक्षी वैज्ञानिक
पक्षियों के अध्ययन में अपने महान योगदान के लिए प्रसिद्ध भारतीय पक्षी-विज्ञानी डॉ. सलीम अली, ऐसे पहले शख्स थे जिन्होंने ने भारत में पहली बार व्यवस्थित पक्षी सर्वेक्षण करवाया था.
एक गौरैया जिसके गले में पीले रंग का निशान था. भांजे ने गौरैये के बारे में मामा सलीम अली से सवाल करना शुरू कर दिया. मामाजी के पास उसके सवालों के जवाब नहीं थे.
इसलिए उसकी जिज्ञासा शांत करने के लिए उसे बॉम्बे नैचरल हिस्ट्री सोसाइटी (बीएनएचएस) ले गए, जिसके वह सदस्य भी थे. अमीरुद्दीन निस्संतान थे और भांजे से बहुत प्यार करते थे. उस बच्चे ने पैदा होने के एक साल के अंदर मां और तीन साल के अंदर पिता को खो दिया था.
बीएनएचएस का सदस्य होने के नाते वह पेड़-पौधों और पशु-पक्षियों का महत्व समझते थे. वह छुट्टियों के दिनों में खेतवाड़ी से बाहर चेंबूर के बाग-बगीचों में पक्षियों के पीछे घूमने से भी उस बच्चे को रोकते नहीं थे.
बीएनएचएस पहुंकर उन्होंने बालक को डब्ल्यू.एस. मिलार्ड से मिलवाया. बालक की उत्सुकता जानकर मिलार्ड ने उससे कहा कि वह ड्रॉवर में रखी पक्षियों से जुड़ी सामग्री निकाले और उस गौरैया से उनका मिलान करे.
बालक ड्रॉवर खींचता, सामग्री निकालता, ड्रावर बंद करता। एक-एक कर कई ड्रॉवर खोलने के बाद आखिर उसे वह सामग्री मिली जो पीले गले वाले गौरैया से मेल खाती थी.
मिलार्ड ने उस पक्षी के बारे में पढ़ने के लिए कहा. कुछ बालक ने पढ़ा, कुछ मिलार्ड ने समझाया. इसके साथ ही उस दिन उस बच्चे के मन में पक्षियों को जानने-समझने की इच्छा का जो बीजारोपण हुआ, वह आगे विकसित ही होता रहा.
पक्षियों के पीछे-पीछे घूमते रहने के कारण लोग जिस बालक को आवारा कहते थे, वह अब पक्षियों के बारे में पढ़कर अधिक से अधिक जानकारी जुटाने लगा.
डॉ. सलीम अली की रुचि तब बढ़ने लगी जब मिलार्ड ने उन्हें बीएनएचएस के खिलोने-पक्षियों का संग्रह दिखाया और उन्हें कुछ पक्षियों की किताबें उधार दीं.
अक्षय कुमार की फिल्म 2.0, बर्डमैन सलीम अली से प्रेरित है. अक्षय फिल्म में पक्षीराज के किरदार को निभाते हैं.