Banu Mushtaq को ‘Heart Lamp’ के लिए वैश्विक सम्मान

यह पहली बार है जब किसी कन्नड़ कृति को इंटरनेशनल बुकर मिला

दीपा भास्‍ती द्वारा अंग्रेज़ी में अनूदित इस संग्रह को 20 मई की रात लंदन के टेट मॉडर्न में आयोजित समारोह में सम्मान प्रदान किया गया

यह पुरस्कार प्राप्त करने वाली बनू मुश्ताक दूसरी भारतीय लेखिका बनी हैं

बनू मुश्ताक की कृतियाँ इससे पहले हिंदी, उर्दू, तमिल और मलयालम में भी अनूदित हो चुकी हैं

'Heart Lamp' – एक नारीवादी प्रतिरोध की गाथा

बनू मुश्ताक पेशे से वकील हैं और कर्नाटक की महिलाओं के अधिकारों की प्रमुख पैरोकार रही हैं

‘Heart Lamp’ को 2025 के इंटरनेशनल बुकर के छह फाइनलिस्ट्स में चुना गया था

यह पुरस्कार कला, संगीत, साहित्य और फिल्म जगत के सितारों की मौजूदगी में प्रदान किया गया

निर्णायक मंडल के अध्यक्ष मैक्स पोर्टर ने इसे "English पाठकों के लिए कुछ वास्तव में नया" बताया

कन्नड़ भारत की एक प्रमुख भाषा है, जिसे लगभग 6.5 करोड़ लोग बोलते हैं

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