अफगानी मुक्केबाज नामीबिया के मेरोरो से भिड़ने को तैयार

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 02-09-2021
 परवानी
परवानी

 

आवाज द वाॅयस काबुल / नई दिल्ली

खिलाड़ियों की अपनी अलग दुनिया होती है. खेल के आगे वह हर चीज को कमतर समझते हैं. कुछ दिनों पहले ऐसा उदाहरण टोक्यो ओलंपिक के भाला फेंक मुकाबले में गोल्ड मेडल विजेता नीरज चोपड़ा ने पेश किया. अब नई मिसाल सामने आई है अफगानिस्तान के मुक्केबाज शोकरन परवानी की. 

पखवाड़ा भर पहले तालिबान ने फगानिस्तान पर कब्जा कर लिया और दो दिन पहले अमेरिकी सेना दो दशक का युद्ध समाप्त कर स्वदेश लौट गई. इस बीच वहां नई सरकार के गठन को लेकर उथल, मचा है. मगर इन बातों से बेखबर अफगानिस्तान के मुक्केबाज शोकरन परवानी

इनदिनों 10 अक्टूबर को लंदन में नामीबिया के अपने ताकतवर प्रतिद्वंद्वी विकापिता मेरोरो से भिड़ने को कड़ा प्रशिक्षण ले रहे हैं.परवानी दो बार के विश्व हैवीवेट चैंपियन एंथनी जोशुआ के साथ प्रशिक्षण ले रहे हैं. परवानी का कहना है कि वह लड़ने और जीतने की पूरी तैयारी में हैं.

फिलहाल परवानी जोशुआ के साथ 90 दिनों के ट्रेनिंग कैंप में हैं.परवानी ने कहा, ‘‘मैंने जोशुआ के साथ अपना प्रशिक्षण शुरू किया है. मेरा मुकाबला अक्टूबर में मेरोरो के साथ है.‘‘ 29 वर्षीय परवानी ने 17 मैच लड़े और 16 में जीत हासिल की है, जबकि प्रतिद्वंद्वी मेरोरो अब तक 10मैच हार चुके हैं.

36 साल के मेरोरो ने 40 फाइट लड़ी हैं, जिसमें 30में जीत और 10में हार का सामना करना पड़ा.परवानी ने कहा, “मैं अपनी पिछली लड़ाई में मेरोरो से हार गया था. मेरे देशवासियों ने मुझे प्रोत्साहित किया और इस बार मैं जीतने और अपने देश को गौरवान्वित करने की पूरी कोशिश करूंगा.’’ उनसे जब अफगानिस्तान के हालात पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि फिल्हाल वह अलगे मुकाबले की तैयारी पर ध्यान दे रहा हूं.

उल्लेखनीय है कि हाल में नीरज चोपड़ा ने एक टीवी इंटरव्यू में खुलासा किया था कि टोक्यो ओलंपिक के फाइनल में उन्हांेने पाकिस्तान के एथलीट का भाला इस्तेमाल किया था. इसपर जब विवाद शुरू हुआ तो नीरज चोपड़ा ने ऐसे लोगों को स्पष्ट संदेश दिया कि वे उन्हें किसी तरह की सियासत में न घसीटें.