शाहनवाज आलम
‘करे योग, रहे निरोग’ यह शब्द आपने बहुत सुना होगा, लेकिन योग महज शारीरिक व्यायाम नहीं है, करियर का एक बेहतरीन जरिया बन गया है. भारत सरकार की पहल पर हर वर्ष 21जून को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के कारण अब देश-विदेश में योग के जानकारों की मांग बढ़ गई है.
यह धीरे-धीरे फिटनेस इंडस्ट्री का हिस्सा बन चुका है. कॉरपोरेट शक्ल लेता जा रहा है. इस वजह से इस क्षेत्र में करियर की बेहतरीन संभावनाएं उभर कर सामने आई है. कोरोना संक्रमण काल में भी आयुष मंत्रालय ने योग के जरिये प्रतिरोधक क्षमता पर अधिक जोर दिया है. ऐसे में कहा जा सकता है कि हर दौर में योग की महत्ता बनी हुई और भविष्य में बनी रहेगी.
दिल्ली में मोरारजी देसाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योग, देव संस्कृति विश्वविद्यालय, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्याल जैसे संस्थान में बीएससी योग साइंस से लेकर डिप्लोमा और कुछ पार्ट टाइम कोर्स भी कराए जाते है. इस तरह के कोर्स करने के बाद आप पार्ट टाइम करियर ऑप्शन भी चुन सकते है.
करियर के तौर पर योग में कई विकल्प मौजूद है. सरकारी और गैर सरकारी दोनों जगहों पर करियर ऑप्शन मौजूद है. देश में जगह-जगह राज्य सरकारें व्यायामशालाएं खोल रही है. इसमें योग विशेषज्ञों की भर्ती होंगी. जिसमें करियर के ऑप्शन मिलेंगे.
भारत सरकार के अधीन काम करने वाली कई कंपनियों भी अपने कर्मचारियों को स्वस्थ्य रखने के लिए स्थायी और अस्थायी तौर पर योग विशेषज्ञों की भर्ती करने लगी है. इसके अलावा मल्टीनेशनल कंपनियों में भी काम करने के मौके मिल रहे है.
बड़ी कंपनयिों के सीईओ, फिल्म स्टार आदि भी पर्सनल तौर पर योग एक्सपर्ट को हायर करती है. योग की पढ़ाई करने के बाद आप रिसर्च सेक्टर में अपनी जगह बना सकते हैं, देश के नामी संस्थान से रिसर्च के बाद आप विदेश में भी नौकरी कर सकते हैं. योग एक्सपर्ट के लिए कई तरह के और भी करियर ऑप्शन होटल, हेल्थ फिटनेस क्लब, सोसाइटी, जिम, स्कूल, अस्पताल में मौजूद है.
इस क्षेत्र में सैलरी की कमी नहीं है. आप कहां और किस तरह के लोगों के साथ काम कर रहे है, इस बात पर आपकी सैलरी निर्भर करती है. आमतौर पर शुरुआती दौर में 20-25हजार रुपये सैलरी मिल सकती है. यदि आप फ्रीलांसर के तौर पर काम करें तो प्रति घंटे के हिसाब से आपको मेहनताना मिल सकता है.
इस कोर्स में प्रशिक्षण लेने के बाद आप आंत्रप्रेन्योर बनकर भी शुरुआत कर सकते है. इसके लिए न तो ज्यादा इनवेस्टमेंट की जरूरत होगी और न ही वर्किंग कैपिटल की. बस थोड़ी सी मार्केटिंग और आप आंत्रप्रेन्योर बनकर इसमें आगे बढ़ सकते है.