आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
ओलंपिक के इतिहास में टै्रक एंड फील्ड स्पर्धा में भारत के लिए पहला गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने अपने प्रारंभिक दिनों के कोच नसीम अहमद से मुलाकात की. नीरज कई दिनों से बीमार चल रहे थे.
नीरज चोपड़ा ने हाल में जापान की राजधानी टोक्यो में संपन्न हुई ओलंपिक-2020 के जैवलिन थ्रो मुकाबले में गोल्ड जीता था. वह फाइनल के क्वालीफाई राउंड में भी टॉप पर रहे थे.
हरियाणा के पानीपत के रहने वाले नीरज चोपड़ा को नसीम अहमद ने छह वर्षों तक चंडीगढ़ के ताउ देवीलाल स्टेडियम में भाला फेंकने की ट्रेनिंग दी थी. नीरज जब टोक्यो ओलंपिक के लिए जा रहे थे, तब नसीम अहमद ने एक इंटरव्यू में कहा था कि नीरज आज भी उसका पूरा सम्मान देते हैं.
उनके सामने कभी कुर्सी पर नहीं बैठते. यहां तक कि हर प्रतियोगिता से पहले और बाद में इसके बारे में उनकी पूरी जानकारी साझा करते हैं.टोक्यो ओलंपिक से लौटने के बाद विभिन्न कार्यक्रमों में व्यस्त रहने तथा इनदिनों तेज बुखार से पीड़ित होने के कारण वह अपने प्रारंभिक कोच नसीम अहमद से मुलाक नहीं कर पाए थे.
मगर स्वास्थ्य ठीक होते ही वह उनसे मिलने उनके घर पहुंच गए. प्रारंभिक गुरू नसीम अहमद का चरण स्पर्श करते नीरज चोपड़ा की तस्वीर सोशल मीडिया पर वाॅयरल हो रही है. प्रतिक्रिया में लोग गुरु और शिष्य दोनों की प्रशंसा कर रहे हैं.
Aiso Read नीरज चोपड़ा को तेज बुखारए कोविड टेस्ट में निगेटिव निकले
— Asad Bastavi (@Asadbastavi) August 20, 2021