कनीज फातिमाः लद्दाख की दूसरी मुस्लिम महिला पायलट बनीं

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] • 2 Years ago
कनीज फातिमा
कनीज फातिमा

 

राकेश चौरासिया / नई दिल्ली-श्रीनगर

लद्दाख की पहली मुस्लिम महिला पायलट हिना मसूद हैं और दूसरी मुस्लिम महिला पायलट होने का सेहरा यहां की 24वर्षीय कनीज फातिमा के सिर बंधा है. हिना की तरह कनीज को भी एयर इंडिया ने सेवा में नियुक्त कर लिया है.

कश्मीर के उजाड़ क्षेत्र से आने वाली कनीज फातिमा के उत्थान की कहानी वाकई चित्ताकर्षक है.

कश्मीर लाइफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, लेह के पोलो ग्राउंड के निकट की बस्ती में रहने वाली कनीज फातिमा के माता-पिता का संबंध विच्छेद उस समय ही हो गया था, जब वे बहुत छोटी थीं.

तलाक के बाद कनीज की मां शकीला बानो ने ही उनकी परवरिश की. शकीला लेह के एक सरकारी अस्पताल में नर्स हैं.

कनीज की शुरुआती शिक्षा लेह के स्थानीय इमामिया स्कूल में हुई और माध्यमिक शिक्षा तक वे वहीं पढ़ीं. बाद में कनीज की मां शकीला ने उन्हें हायर सेकेंड्री की पढ़ाई के लिए श्रीनगर भेज दिया, जहां उनका कोठीबाग स्थित गोवर्नमेंट हायर सेकेंड्री स्कूल में दाखिला हुआ.

इसके बाद मां शकीला ने भी श्रीनगर में अपना तबादला करवा लिया, ताकि वह कनीज की देखभाल कर सके. श्रीनगर में ही शकीला ने अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए कर्ज लिया. काफी लंबा समय बिताने के बाद अब शकीला अपने गृहनगर लेह लौट गई हैं.

2013 की शुरुआत में कनीज का भुवनेश्वर के गोवर्नमेंट एविएशन ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में एडमिशन हो गया. कनीज ने पायलट बनने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण और फ्लाइंग एक्सपीरिएंस के लिए लगभग 6 वर्ष बिताए.

कनीज की एक बड़ी बहन 28 वर्षीय नाहिदा इब्राहीम भी हैं. उनकी भी पढ़ाई और परवरिश में शकीला ने जी-जान लगा दी थी. आज नाहिदा हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड में इंजीनियर हैं और बंगलुरू में पदस्थ हैं. नाहिदा ने श्रीनगर से इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी.

नाहिदा उस कंपनी में इंजीनियर हैं, जिसमें हल्के हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर बनाए जाते हैं, तो छोटी बहन कनीज जहाजों को उड़ाने वाली पायलट बन गई हैं.

कनीज के एक रिश्तेदार अब्दुल माजिद ने बताया कि इन कामयाबियों को छूने के लिए इस परिवार ने बहुत संघर्ष किया है. इस परिवार को दादा-दादी स्व. गुलाम रसूल और फातिमा बानो की मदद तो मिली ही, साथ ही उनकी नर्स माता शकीला ने भी बच्चियों के भविष्य को जर्रीं रकम से लिखने को दिन-रात कठिन परिश्रम किया.

माजिद बताते हैं कि शकीला ने अपनी बच्चियों की पढ़ाई के लिए बैंक से बड़ा कर्ज भी लिया है. कर्ज का सारा पैसा कनीज के प्रशिक्षण पर खर्च हुआ. कर्ज चुकाने के लिए शकीला को अभी वक्त लगेगा.

माजिद ने बताया कि कनीज की ही तरह एक अन्य मुस्लिम बेटी पायलट बनने वाली है. वह उनके एक मित्र गुलाम सुल्तान की बेटी है.

इन दो महिला पायलटों के साथ कश्मीर में अब महिला पायलटों का एक क्लब आकार ले रहा है, जिसमें कैप्टन तन्वी रेना, आएशा अजीज और इराम हबीब शामिल हैं.