जुनैद इमाम बने ऑस्ट्रेलिया के ‘अंतर्राष्ट्रीय बहुसांस्कृतिक फिल्म महोत्सव’ के लिए भारत के राजदूत

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 15-04-2021
जुनैद इमाम बने ऑस्ट्रेलिया के ‘अंतर्राष्ट्रीय बहुसांस्कृतिक फिल्म महोत्सव’ के लिए भारत के राजदूत
जुनैद इमाम बने ऑस्ट्रेलिया के ‘अंतर्राष्ट्रीय बहुसांस्कृतिक फिल्म महोत्सव’ के लिए भारत के राजदूत

 

शाह ताज खान / पुणे

लेखक, निर्माता और निर्देशक जुनैद इमाम को ऑस्ट्रेलिया के ‘अंतर्राष्ट्रीय बहुसांस्कृतिक फिल्म महोत्सव’ में भारत के राजदूत के रूप में चुना गया है. अकोला के जुनैद इमाम ने एक ही महीने में यह दूसरी बार हासिल किया है. लोकप्रिय ओटीटी प्लेटफॉर्म ‘डिज्नी हॉट स्टार’ द्वारा खरीदा गया है. और अब इसे ष्डिज्नीष् और ष्हॉट स्टारष् पर दिखाया जाएगा.

जुनैद इमाम पिछले दो सालों से पुणे, महाराष्ट्र में रह रहे हैं. उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन वीडियो प्रोडक्शन का कोर्स किया है.

2005 में मास कम्युनिकेशन में काम करने के बाद, उन्हें जल्द ही अपने कौशल का प्रदर्शन करने का मौका मिला, लेकिन उनके माता-पिता फिल्म और सिनेमा की दुनिया में कदम रखने की अनुमति मिलने में पांच साल लग गए.

परिवार को यह समझाने में काफी समय लगा कि सिनेमा के क्षेत्र में एक अच्छा करियर हो सकता है, लेकिन इरफान खान के प्रसिद्ध कार्यक्रम ‘मानो या न मानो’ पर उन्होंने काम किया. जुनैद इमाम ने लेखन के साथ निर्देशन की जिम्मेदारी भी संभाली. अपने कौशल को सुधारने के लिए उन्होंने एक लघु फिल्म, वृत्तचित्र, सीरियल में भी हाथ आजमाया

कुछ समय तक विभिन्न चैनलों पर प्रोमो निर्माता के रूप में काम करने के बाद, उन्होंने अपना बैनर ‘फैन मोशन पिक्चर्स- लॉन्च की और लघु फिल्मों की ओर रुख किया.

जुनैद इमाम कहते हैं कि  उनकी पहली फिल्म ‘मालवा - द फेस्टिवल ऑफ मैरिजेज‘ थी. राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों सहित लगभग 30 पुरस्कार उसे मिले. उन्हें इससे बहुत प्रोत्साहन मिला और तभी उन्होंने एक के बाद एक फिल्में बनाना शुरू कर दिया. उनकी फिल्म ‘बैंग‘ बहुत लोकप्रिय हुई है. उनकी लघु फिल्मों को 36 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिले.

ऑस्ट्रेलिया के अंतर्राष्ट्रीय बहुसांस्कृतिक फिल्म महोत्सव में राजदूत के रूप में चुनाव से पहले, वह बर्लिन इंटरनेशनल सिने फेस्ट फिल्म फेस्टिवल 2017-2018 में जर्मनी में एक जूरी सदस्य थे.

जुनैद इमाम उर्दू भाषा के बहुत शौकीन हैं. वे कहते हैं, ‘उर्दू मेरी भाषा है, इसलिए मैं उर्दू जैसी मीठी भाषा में कुछ अच्छा काम करना चाहता हूं.‘ उन्हें यकीन है कि अगर उर्दू में अच्छा काम किया जाता है, तो दर्शक ज्यादा मिलेंगे.

जुनैद की कहानी

उन्होंने कहा, “मेरा करियर 2004 और 2006 के बीच शुरू हुआ. यह एक शानदार अनुभव था. पुरस्कार विजेता कार्यक्रम बहुत उत्साहजनक था. मैं विशेष रूप से हास्य, हास्य और सामाजिक मुद्दों पर काम करता हूं. यहां मेरे समुदाय की कुछ अच्छी कहानियां हैं. यह मेरा प्रयास है. मेरे फिल्मी करियर में दो मौके आए हैं, जो मेरी रचनात्मकता को सम्मानित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. समझने और जानने का अवसर मिला है. मेरे दिमाग में नए विचार आए कि हम अपने सिनेमा को नई ऊंचाइयों तक कैसे ले जा सकते हैं.”

उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलिया के अंतर्राष्ट्रीय बहुसांस्कृतिक फिल्म महोत्सव द्वारा मुझे दिए गए अधिकार के अनुसार, मैं अपने क्षेत्रीय सिनेमा को बाहर लाना चाहता हूं, जो बहुत समृद्ध है, जहां सबसे अच्छा काम हो रहा है. मैं चाहता हूं कि लोग मुझे प्यार करें. इसके बारे में मुझे बताएं. मैं अपने काम को ऑस्ट्रेलियाई प्लेटफॉर्म तक पहुंचाने और जीविकोपार्जन के लिए पूरी कोशिश करूंगा.”

ऑस्ट्रेलियन फिल्म फेस्टिवल क्षेत्रीय भाषाओं में बनी फिल्मों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. जुनैद इमाम नए निर्देशकों के बेहतरीन काम को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर लाने के लिए काम कर रहे हैं, साथ ही भारत में ऑस्ट्रेलियाई फिल्म फेस्टिवल का भी परिचय दे रहा है.

वे इस अवसर का लाभ उठाने में सक्षम होना चाहते हैं कि वे इस मंच के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सकें. वर्तमान में जुनैद इमाम को अच्छे काम, सुंदर परियोजनाओं और बेहतरीन कौशल की तलाश है ताकि वह उन्हें एक मंच पर लाने की जिम्मेदारी ले सकें.