भारत का यूएसए में प्रतिनिधित्व करेंगी जामिया की आयशा जमील, जीता फुलब्राइट अवार्ड

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 12-01-2022
यूएसए में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी जामिया शिक्षिका आयशा जमील, जीता फुलब्राइट अवार्ड
यूएसए में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी जामिया शिक्षिका आयशा जमील, जीता फुलब्राइट अवार्ड

 

नई दिल्ली. जामिया स्कूल की एक शिक्षिका लोवेल, मैसाचुसेट्स, यूएसए में जामिया और भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी. इस शिक्षिका को यूएसए के प्रतिष्ठित फुलब्राइट अवार्ड से सम्मानित किया गया है. आयशा जमील नामक पीजीटी अंग्रेजी की यह शिक्षिका सैयद आबिद हुसैन सीनियर सेकेंडरी स्कूल, जामिया मिल्लिया इस्लामिया में पढाती हैं. उन्हें यू. एस. डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट्स के फुलब्राइट टीचिंग एक्सीलेंस एंड अचीवमेंट प्रोग्राम (फुलब्राइट टीईए) में भाग लेने के लिए चुना गया है.


आयशा जहां लोवेल, मैसाचुसेट्स, यूएसए में जामिया और भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी वहीं संगोष्ठियों में भी भाग लेंगी और ऐसे शोध कार्य करेंगी जो उनके शिक्षण-अधिगम उपकरणों को बढ़ाने में सक्षम होंगे.

 

वह अपने छात्रों और साथी सहयोगियों के लिए नई रणनीतियों की जानकारी जुटाने में सक्षम होगी. ये विशेष सेमिनार 21वीं सदी के शिक्षण कौशल पर ध्यान केंद्रित करते हुए शिक्षण से संबंधित सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करेंगे.

 

आयशा को यूएस स्कूल में कक्षाओं को देखने और सह-शिक्षण करने के साथ-साथ विभिन्न सांस्कृतिक और सामुदायिक गतिविधियों में भाग लेने का अवसर भी मिलेगा.

 

यू. एस. डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट ने दुनियाभर में लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने की पहल की है, जिसमें आयशा और उनके साथी शामिल होंगे. कार्यक्रम को पूरे अकादमिक सेमिनार और कार्यशालाओं में जेंडर और शिक्षा पर फोकस करने के लिए डिजाइन किया गया है.

 

फुलब्राइट प्रोग्राम दुनिया का सबसे बड़ा और विविध अंतरराष्ट्रीय शैक्षिक आदान-प्रदान का प्रोग्राम है. इसके एल्युम्नाइ में से स्टेट प्रमुख, न्यायाधीश, राजदूत, कैबिनेट मंत्री, सीईओ, विश्वविद्यालय के अध्यक्ष, पत्रकार, कलाकार, वैज्ञानिक और शिक्षक बने हैं. इनमें नोबेल पुरस्कार विजेता, पुलित्जर पुरस्कार विजेता आदि भी शामिल हैं.

 

आयशा ने जामिया की कुलपति, प्रो नजमा अख्तर और स्कूल प्रधानाचार्य, डॉ जफर अहमद सिद्दीकी का आभार व्यक्त किया जिन्होंने उन पर विश्वास किया और उन्हें इस प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय मंच पर भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया.