पटना के आशिक हुसैन कैसे पहुंचे ‘महारानी’ के दरबार में

Story by  सेराज अनवर | Published by  [email protected] | Date 10-06-2021
पटना के आशिक हुसैन कैसे पहुंचे ‘महारानी’ के दरबार में
पटना के आशिक हुसैन कैसे पहुंचे ‘महारानी’ के दरबार में

 

सेराज अनवर / पटना

बिहार के सियासी गलियारों में इनदिनों वेब सीरीज ‘महारानी‘ की खूब चर्चा हो रही है. इसकी खास वजह है. पटना के आशिक हुसैन ने इसमें बेहतरीन अदाकारी की है. अपनी बेहतरीन अदाकारी से दर्शकों के जहन पर गहरी छाप छोड़ने में नाकाम रहे.

वैसे, यह वेब सीरीज विवादों में है. दक्षिण भारत में इसे लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं.बहरहाल, बात आशिक हुसैन के एक्टिंग की. उन्होंने आज यह मुकाम अपने अभिनय के जुनूस से हासिल किया है. इसकी बदौलत उन्हें

भारतीय सिनेमा में बतौर अभिनेता पहचान मिली है. मगर अभिनय के सफर में यहां तक पहुंचने की दास्तांजद्दोजहद भरी है. बिहार की राजधानी पटना काबाकरगंज एक बिजनेस मंडी है.इसके गोला रोड मोहल्ला की संकरी गलियों में आशिक हुसैन का बचपन बीता.

बाकरगंज से कुछ ही फासले पर बीएम दास रोड है, जिसपर पटना मुस्लिम हाई स्कूल है. आशिक इस स्कूल के छात्र रहे हैं.छात्र जीवन में उनकी पहचान गायक और कलाकार की थी. कला इनकी रगों में रचा-बसा है. शौकिया से प्रोफेशनल कलाकार का उनका सफर रोमांच और संघर्षपूर्ण है.

पटना मुस्लिम हाई स्कूल से मैट्रिक करने के बाद आशिक ने बतौर सेल्समैन की हैसियत से नेस्ले और पाटलिपुत्र ट्रेडिंग कंपनी में काम किया. साधारण परिवार से होने के चलते उन्हंे अपने पिता का हाथ बंटाने के लिए आठ-दस साल की उम्र से ही छोटे-मोटे काम करने पड़े. इसी दौरान इंडियन पीपुल्स थिएटर एसोसिएशन (इप्टा) से जुड गए. फिर ऐक्टिंग का जुनून बढ़ा.1996में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा(एनएसडी) में दाखिला लिया.

आशिक बताते हैं, एनएसडी में दाखिला के लिए पांच साल इप्टा में काम किया. पटना के रंगमंच से गहरा संबंध रहा है. एनएसडी से पढ़ाई पूरी कर आशिक ने लंदन के एक इन्स्टिटूट से स्काॅलरशीप हासिल करने के लिए अनेक पापड़ बेले. स्काॅलरशिप के आगे मसला अंग्रेजी का आ गया. अंग्रेजी में आशिक के हाथ बहुत तंग थे,लेकिन

इंटव्यूूअर ने उनकी योग्यता की कद्र करते हुए तीन माह में बेसिक अंग्रेजी सीखने की मोहलत दे दी.उसके बाद आशिक ने अंग्रेजी सीखने की ठान ली. तीन-तीन क्लास अटेंड करते. अंग्रेजी पर मुकम्मल गिरफ्त हासिल कर आखिर लंदन पहुंच गए .वहां के सीएसएसडी में एक साल पढ़ाई कर 2002में मुंबई लौट आए.

संघर्षों का दौर 20सालों तक चला. इसके के बाद आशिक हुसैन के जीवन में सबसे बड़ा मोड़ आया. बिहार की सियासत को नजर में रख कर सोनी लिव पर एक वेब-सिरीज ‘महारानी’ आई. इसमें आशिक हुसैन ने बिहार के पूर्व पशुपालन मंत्री प्रेम कुमार का रोल निभाया है. 90के दशक की राजनीति के इर्द-गिर्द घूमती इस वेब सीरीज में आशिक अपने अभिनय से धूम मचा रहे हैं.

आशिक हुसैन कहते हैं, ‘‘ उन्होंने अपने जीवन की सबसे चुनौतीपूर्ण और महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. मुझे अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला. मुझे इतनी लोकप्रियता कभी नहीं मिली थी, जितनी इस वेब सीरिज से मिल रही है.’’

प्रेम कुमार बिहार के गया शहर से मौजूदा विधायक हैं. इस बार नीतीश मंत्रिमंडल में उन्हें जगह नहीं मिली. आशिक हुसैन बताते हैं, उनके चरित्र मेरे लिए फिल्म इंडस्ट्री में संभावनाओं के नए दरवाजे खोल गया. आशिक के कॅरियर की यह सबसे बड़ी फिल्म है .लोग उनके अभिनय की सराहना कर रहे हैं.

आशिक कहते हैं कि जिस किरदार की भूमिका उन्हें निभानी थी वह उनके लिए आसान नहीं था. वे नहीं चाहते थे कि इसमें साधारण राजनेता की भूमिका निभाई जाए. वे इस रोल को जीवंत बनाना चाहते थे, इसलिए देश भर के नेताओं को गूगल और यूट्यूब पर देखा. इसमें ज्यादा साउथ के नेताओं को सुना और फिर अभिनय किया.

आशिक हुसैन का मानना है कि कोरोना संक्रमण में लोग वेब सीरीज देखना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. इस लिए वैसे कलाकारों को मौका मिल रहा है, जिन्हें किसी न किसी कारण से फिल्मों में काम करने का अब तक अवसर नहीं मिला था. वेब सीरीज पर मचे बवाल पर आशिक हुसैन का कहना है कि किसी भी फिल्म की कहानी कहीं न कहीं से जुड़ी होती है, लेकिन सीधे तौर पर यह नहीं कहा जा सकता कि महारानी बिहार की राजनीति पर बनी वेब सीरीज है.

आशिक कहते हैं कि एक्टिंग ऐसी विद्या है जिसे कई लोगों से, कई सालों तक और जीवन भर सीखने में गुजर जाती है. वह कहते हैं कि यदि प्रोफेशनल एक्टर न बनता तो एक मुहल्ला का एक्टर बना रहता. वह कहते हैं कि आप चाहते हैं कि कायनात आपको कामयाबी तक पहुंचाए तो मेहनत और काबिलियत के जरिया प्रूफ करना होगा. परिश्रम भी जरूरी है.

 

‘महारानी’ के बारे में चंद बातें


महारानी एक ड्रामा स्ट्रीमिंग वेब सीरीज है. यह सुभाष कपूर द्वारा बनाई गई. वेब सीरीज का निर्देशन करण शर्मा ने किया है. नरेन कुमार सह-निर्मित हैं. इसमें हुमा कुरैशी नायिका के रूप में हैं. सोहम शाह, अमित सियाल, कानी कुसृति, आशिक हुसैन,प्रमोद पाठक आदि ने भी इसमें अभिनय किया है.