आवाज द वॉयस / नई दिल्ली
भारतीय किशोर शटलर तसनीम मीर को लगता है कि उन्हें एशियाई खिलाड़ियों की गति और शक्ति से मेल खाने के लिए अपनी फिटनेस पर काम करने की जरूरत है. उनका लक्ष्य सीनियर सर्किट पर दुनिया के शीर्ष 50 में जगह बनाना है. गुजरात के मेहसाणा जिले की 17वर्षीय तसनीम मीर ने रविवार को छत्तीसगढ़ इंटरनेशनल चौलेंज जीता, जो राष्ट्रीय खेलों के आकर्षण में से एक है.
उन्होंने कहा, मैंने अभी तक अपने गृह राज्य में राष्ट्रीय स्तर के किसी बड़े टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया है. बेशक, जब आप अपनों के सामने खेलते हैं तो यह हमेशा एक बड़ा बढ़ावा होता है. राष्ट्रीय खेल एक बेहतरीन मंच होगा. मुझे इसका अनुभव करने के लिए अभी से तैयारी करनी होगी.
तसनीम मीर ने कहा, इस लक्ष्य को हासिल करने और फिर शीर्ष 20में जगह बनाने के लिए मुझे अपने खेल के अनुरूप रहना होगा’ मेरे पिता इरफान मीर ने मेरे विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. मैंने उनसे मूल बातें सीखी हैं.
उनके अधीन प्रशिक्षण जारी रखा. तसनीम इस साल की शुरुआत में जूनियर्स में दुनिया की नंबर 1 रैंक पाने वाली पहली अंडर -19 भारतीय महिला शटलर बनीं. वर्तमान में सीनियर्स में दुनिया की 113 वें स्थान पर हैं.
उन्होंने बताया जापान, थाईलैंड, चीन के कुछ अच्छे खिलाड़ियों के इन टूर्नामेंटों में भाग लेने के साथ, यह हमें रैंकिंग चार्ट को बढ़ाने के लिए आवश्यक अनुभव और अवसर प्रदान करता है. रायपुर में अपनी जीत के बाद तसनीम राष्ट्रीय खेलों में अपने घरेलू दर्शकों के सामने खेलना पसंद कर रही हैं.
उन्होंने कहा, मुझे अपनी फिटनेस पर काम करना है. मैं अपनी रैलियों और सहनशक्ति पर काम कर रहा हूं, मुझे पता है कि एशियाई एथलीट रैलियों, शक्ति और गति में बहुत अच्छे हैं. खेल तेज हो रहा है. हमें कुछ तेज रैलियां खेलनी हैं. मेरा ध्यान अपनी रैंकिंग सुधारने पर है. मेरा लक्ष्य शीर्ष 50 में शामिल होना है, ताकि मैं प्रमुख अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में प्रतिस्पर्धा कर सकूं.