दुबई मिक्स मार्शल आर्ट्स वर्ल्ड चैंपियनशिप: देश का नेतृत्व करने में क्यों दिक्कत आ रही महबूब खान को !

Story by  मोहम्मद अकरम | Published by  [email protected] | Date 14-12-2021
महबूब करना चाहता है देश का नाम रौशन
महबूब करना चाहता है देश का नाम रौशन

 

मोहम्मद अकरम / हैदराबाद

‘‘घर के हालात बेहतर नहीं. अब्बा ट्रक चलाक हैं. किसी तरह घर का गुजारा चलता है. आगे खेल की गाड़ी कैसे बढ़ेगी, यह सोचकर परेशान हूं." यह कहना है दुबई के अबू धाबी में 24से 29 जनवरी तक आयोजित होने वाली मिक्स मार्शल आर्ट्स चैंपियनशिप में  भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले मोहम्मद खान का.

देश के नौजवानों में प्रतिभा की कमी नहीं. जरुरत है ऐसी प्रतिभा को पहचानने और उसे आगे बढ़ाने की. अब ऐसे ही रास्ते की तलाश में हैं महबूब खान.हैदराबाद के सईदाबाद इलाके के माधापेट के रहने वाले मोहम्मद महबूब खान मिक्स मार्शल आर्ट के खिलाड़ी हैं.

उन्होंने इस खेल में 2018 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीता है. अब वह दुबई के अबू धाबी में 24से 29जनवरी तक आयोजित मिक्स मार्शल आर्ट्स चैंपियन में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले हैं.

महबूब खान इंडिया को मेडल दिलाने की खातिर इनदिनों रात-दिन मेहनत कर रहे हैं. अगल बात है कि उनकी तैयारियों में आर्थिक संकट आड़े आया हुआ है. ऐसे में देश को मेडल दिलाने के सपने में फच्चर फंसता दिखाई दे रहा है.

मोहम्मद महबूब खान 2018 में भारत के पहले खिलाड़ी थे जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था. वह 2019में बहरीन में आयोजित मिक्स मार्शल आटर््स के वल्र्ड चैंपियनशिप मंे ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी को हरा कर मेडल जीता था. महबूब खान नेशनल चैंपियनशिप में सात बार पदक जीत चुके हैं.

महबूब चार भाई बहन में सबसे बड़े हैं. बहन की शादी हो चुका है. पिता अमजद खान ट्रक चालक हैं. तैयारियों में आर्थिक तंगी भले ही आड़े आई हुई है, पर हौसला पस्त नहीं हुए है. इस लिए अहले सुबह से तैयारियों में जुट जाते हैं.

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महबूब ने बताया, 6साल पहले उन्होंने इस खेल को खेलना शुरू किया था. तब इनकी दिली ख्वाहिश देश को पदक दिलाने की थी. अब अपने उन्हीं सपने को पूरा करने के लिए पसीना बहाने के अलावा पैसे का जुगाड़ करने में लगे हैं.  

उनके मुताबिक, 2018 के वल्र्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने तथा 2019 में ऑस्ट्रेलिया को पराजित करने के बाद उम्मीद थी कि सरकार मदद को आगे आएगी. मगर ऐसा नहीं हुआ. इसके बावजूद उन्होंने खेलना नहीं छोड़ा. अपने पैसे इस खेल को आगे बढ़ाने में लगा रहे हैं.

महबूब ने बताया किदूबई में होने वाले मुकाबले में करीब 2लाख रुपये की जरूरत पड़ेगी. घर की आर्थिक हालात बेहतर नहीं है. पिता के ट्रक चलाने से घर का खर्च चलता है. खेल की गाड़ी आगे कैसे बढ़ेगी समझ यह सोचकर वह परेशान हो उठते हैं.

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उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह उनकी मदद करें. अबू धाबी में भोजन का इंतेजाम करे, ताकि बिना किसी चिंता के देश के लिए मेडल लाने की अपनी रणनीति को सिरे चढ़ा सकें.दूसरी तरफ मोहम्मद महबूब खान के कोच और तेलंगाना एसोसिएशन ऑफ मिक्स मार्शल आर्टस के संस्थापक शेख खालिद ने बताया कि अबू धाबी में होने वाले चैम्पियनशिप के लिए मोहम्मद महबूब खान का चयन हुआ है. वह भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. हमारे से लिए यह गौरव की बात है. मगर महबूब की मौजूदा आर्थिक दशा रोड़ा बनकर खड़ी है.

फिर भी एसोसिएशन उनके लिए पैसे का इंतजाम करने में लगा है. चाहें तो दूसरे लोग भी महबूब की यह समस्या दूर कर सकते हैं. इसके लिए जनता के बीच महबूब के अकाउंट नंबर शेयर किया गया है. उन्होंने प्रदेश और केंद्र सरकार से महबूब की आर्थिक मदद कर उसे दुबई भेजने की गुहार लगाई है ताकि देश का प्रतिनिधित्व कर सके.