डेयरी स्टार्टअप है रोजगार का नया विकल्प, सरकारी मदद का उठाएं लाभ

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 20-01-2021
डेयरी उद्योग में रोजगार की संभावनाएं
डेयरी उद्योग में रोजगार की संभावनाएं

 

शाहनवाज आलम/ नई दिल्ली.

दूध, दही, पनीर और लस्सी आज हर घर की जरूरत है. यह जरूरत एक बिजनेस मॉडल को जन्म देती है, जिसमें मांग की कोई कमी नहीं है. कमी है तो सिर्फ सप्लाई और क्वालिटी की.

इसे ध्यान में रखकर देश के नौजवान डेयरी स्टार्टअप की शुरुआत कर सकते हैं. डेयरी स्टार्टअप डेयरी फार्मिंग का विकसित रूप है. इस कारोबार को सही तरह से चलाने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है.

अगर आप डेयरी स्टार्टअप की शुरुआत करना चाहते हैं, तो भारत सरकार और राज्य सरकारों से विभिन्न योजनाओं के तहत मदद भी ले सकते हैं. डेयरी स्टार्टअप के लिए क्या जरूरी है और कैसे इसकी शुरुआत कर सकते है, आइए जानते हैः 


स्टार्टअप की रूपरेखा

इस व्यापार को आप छोटे, मध्यम और बड़े पैमाने पर  शुरू कर सकते हैं. अगर आपके पास ज्यादा संख्या में भैंस या गाय खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं, तो आप केवल चार गायों को रखकर भी ये शुरू कर सकते हैं, लेकिन याद रखें कि जितना ज्यादा दूध आपको इन गायों से मिलेगा, उतना ज्यादा ही आपका मुनाफा होगा. यानी अगर आप चार गाय रखते हैं, तो आपको मुनाफा तो होगा, मगर ज्यादा नहीं.

वहीं अगर इन गायों की संख्या बढ़ा दी जाती है, तो आपका लाभ भी बढ़ेगा. बड़े स्तर पर डेयरी स्टार्टअप खोलने के लिए आपको 40 लाख रुपए तक पूंजी लगानी पड़ सकती है. इस में आपको कम से कम 30 गायों को रखना होगा. मध्यम स्तर की डेयरी स्टार्टअप 15 से 20 लाख रुपए में शुरू कर सकते हैं. इसे शुरू करने के लिए कम से कम 15 से 18 गायों की आवश्यकता पड़ेगी. छोटे स्तर के डेयरी स्टार्टअप शुरू करने के लिए आपको पांच भैंसों या गायों की जरूरत होगी. इसके साथ दूध प्रोसेसिंग के लिए अलग यूनिट लगानी होगी.

 

केंद्र सरकार देती है यह सुविधा  

नए स्टार्टअप्स के लिए सबसे बड़ी समस्या फाइनेंशियल सपोर्ट न होने की है. उसके बाद टेक्निकल और मार्केटिंग का नंबर आता है. इसके लिए भारत सरकार के स्टार्टअप इंडिया और स्टैंडअप इंडिया जैसी स्कीम का लाभ उठाया जा सकता है. इसका मकसद व्यापार और एंटरप्रेन्योरशिप में बढ़ावा देना है, इसके साथ रोजगार के अवसर प्रदान करना भी.

योजना के तहत लोन की सुविधा, अनुकूल वातावरण और उचित मार्गदर्शन आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है. इसका नियंत्रण डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिसी और प्रमोशन द्वारा होता है. बैंक से बिजनेस लोन भी ले सकते हैं. व्यापार को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा भी कई तरह सब्सिडी की सुविधा दी जाती है. किसी भी बैंक से लोन लेने से पहले सुनिश्चित करना जरूरी है कि लोन कितनी ब्याज दर और कितने समय में वापस करना होगा.


कोर्स करके हासिल करें जानकारी

डेयरी क्षेत्र की जानकारी के लिए डेयरी टेक्नोलॉजी कोर्स कर सकते हैं. इसमें मुख्य रूप से तीन क्षेत्रों जैसे डेयरी इंजीनियरिंग, डेयरी केमिस्ट्री तथा डेयरी बैक्टीरियोलॉजी आदि आते हैं.

कोर्स के दौरान छात्रों को मिल्क प्रोडक्शन, डेयरी इक्विपमेंट एंड यूटिलिटीज, मिल्क प्रोसेसिंग एंड पैकेजिंग, डेयरी प्रोडक्ट्स, इंश्योरेंस, डेयरी मैनेजमेंट तथा मार्केटिंग से जुड़ी अन्य जानकारी प्रदान की जाती है.

आजकल डेयरी सेक्टर में तकनीकी जानकारियों को भी जरूरी माना जाता है. इसके चलते कोर्स की महत्ता बढ़ी है. इसमें करनाल स्थित नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट और आनंद कृषि विश्वविद्यालय, गुजरात प्रमुख हैं.

 

स्टार्टअप का बिजनेस मॉडल

डेयरी स्टार्टअप के दो तरीके हो सकते हैं. पहला, आप दूध को किसी कंपनी को बेच दें. ऐसी कई कंपनियां हमारे देश में हैं, जो रोजाना दूध खरीदती हैं, वहीं दूसरे तरीके के तहत आप अपनी कंपनी खोलकर दूध को बाजार में सीधे बेच सकते हैं. कंपनी शुरू करके आप दूध से बनने वाले अन्य उत्पादों की भी बिक्री कर सकते हैं. जैसे- दही, पनीर, मक्खन इत्यादि.
 

डेयरी स्टार्टअप के लिए जरूरी

-आपको अपनी कंपनी का पंजीकरण करवाना होगा. इसके लिए कंपनी का नाम तय करना जरूरी है. कंपनी के नाम का पंजीकरण स्थानीय प्राधिकरण के दफ्तर में जाकर करवा सकते हैं.
-ट्रेड लाइसेंस, एफएसएसएआई लाइसेंस और वैट पंजीकरण करवाने की भी जरूरत पड़ेगी.  लाइसेंस और पंजीकरण की प्रक्रिया में  थोड़ा खर्च भी आएगा.
-दूध बेचने के लिए पैकेट बनवाने होंगे. इसके लिए संपर्क करना होगा, जो इस तरह के पैकेट तैयार करते हंै.
- कंपनी के नाम का प्रचार  जरूरी है, ताकि लोगों को पता लग सके कि इस नाम की कोई कंपनी मौजूद है.

जरूरी  स्किल्स
यह ऐसा काम है, जिसमें सेवा व समर्पण दोनों जरूरी है. चाहे कोई भी विभाग हो, उसमें धर्यपूर्वक अपने काम को अंजाम देना होता है. जरा-सी लापरवाही यूनिट को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा सकती है. साथ ही प्रोफेशनल्स को टीम लीडर की तरह परिश्रमी व दोस्ताना गुण अपनाना पड़ता है.

डेयरी स्टार्टअप खोलने की प्रक्रिया
- स्टार्टअप शुरू करने से पहले  स्थान का चयन करें, जहां आपके द्वारा खरीदी गई भैंसों या गायों को रखा जाएगा. पानी, हवा और बिजली की सुविधा जरूरी है.
-एक या दो एकड़ जमीन पर डेयरी खोलें. जितना खुला स्थान होगा भैंसों या गायों के चारे को रखना आसान होगा.
-भैंसों का दूध निकालने, उनको समय पर चारा देने और उनकी साफ-सफाई के लिए कुछ लोगों की जरूरत पड़ेगी. इसलिए इस कार्य के लिए कुछ लोगों को नौकरी पर रखना होगा.
-इसके अलावा मिल्क, प्रोसेसिंग और ब्रांडिंग, डिलीवरी और नेटवर्किंग के लिए भी लोग रखने होंगे.

आमदनी
शुरुआत में थोड़ी दिक्कत होगी, लेकिन धीरे-धीरे इसमें आमदनी बढ़ेगी. इसके लिए जरूरी है कि थोड़ा संयम से काम लें. प्रोडक्शन की क्वालिटी के साथ मार्केटिंग पर फोकस करें. पूंजी के आधार पर आमदनी 50 हजार से 5 लाख रुपये महीने तक हो सकती है.

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