दुनिया के नेताओं ने इमरान खान को 'अशिष्ट, झूठा और संकीर्णतावादी' करार दिया: शहबाज शरीफ

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 04-10-2022
 शहबाज शरीफ
शहबाज शरीफ

 

लाहौर. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक इंटरव्यू के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर जमकर निशाना साधा. जियो न्यूज के मुताबिक, शहबाज शरीफ ने कहा कि, कई विश्व नेताओं ने उन्हें संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) सत्र के मौके पर बताया कि उनके पूर्ववर्ती इमरान खान असभ्य थे, झूठ बोलते थे और नार्सिसिस्ट हैं. नार्सिसिस्ट लीडरशिप या संकीर्णतावादी उसे कहते हैं जिसमें नेता को केवल खुद में दिलचस्पी होती है. उनकी प्राथमिकता स्वयं है.

ब्रिटिश प्रकाशन द गार्जियन के साथ एक साक्षात्कार में, कहा कि वह न्यूयॉर्क में यूएनजीए में हैरान थे जब दुनिया के नेताओं ने व्यक्तिगत रूप से पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान के आचरण पर आपत्ति जताई थी. जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ नेताओं ने मुझे व्यक्तिगत रूप से उनके व्यक्तित्व के बारे में बताया. उन्होंने मुझे बताया कि वह असभ्य थे, उन्होंने झूठ बोला था और वह एक 'नार्सिसिस्ट' हैं.

वाशिंगटन के साथ संबंधों पर शहबाज ने कहा कि, पूर्व प्रधानमंत्री ने बिना किसी तुकबंदी या कारण के संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ इस्लामाबाद के संबंधों को खराब किया. उन्होंने खान को धरती पर सबसे बड़ा झूठा करार देते हुए कहा कि उन्होंने (खान ने) अप्रैल में सत्ता से हटने के बाद मतदाताओं का खतरनाक ध्रुवीकरण करने के लिए समाज में जहर घोला.

प्रधानमंत्री ने कहा कि, भले ही पीटीआई भ्रष्टाचार विरोधी घोषणापत्र पर सत्ता में आई थी, देश को इमरान खान ने अपने एजेंडे के अनुरूप चलाया था. उन्होंने इमरान खान को इस देश के इतिहास में सबसे अनुभवहीन, आत्मकेंद्रित, अहंकारी, अपरिपक्व राजनेता भी कहा. हाल ही में ऑडियो लीक पर टिप्पणी करते हुए, पीएम ने कहा कि साउंडबाइट्स एक अकाट्य सबूत है कि वह (खान) दुनिया के सबसे बड़े झूठे हैं. मैं यह खुशी के साथ नहीं बल्कि शमिर्ंदगी की भावना से कह रहा हूं. और यह चिंता का विषय है. निजी स्वार्थ के लिए कहे गए इन झूठों से मेरे देश की छवि को काफी नुकसान पहुंचा है.

पीएम शहबाज ने कहा, पहले कभी भी मुझे अपने देश के भविष्य की चिंता नहीं थी. इमरान खान ने समाज में अनंत मात्रा में यानी काफी जहर घोल दिया है और बेहद ध्रुवीकरण कर दिया है जितना पहले कभी नहीं था. वह तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं और नफरत फैला रहे हैं.