आवाज द वाॅयस / मक्का
मुसमलमानों के पाक महीने रमजान में तीसो दिन मस्जिद-अल-हरम को सैनिटाइजर की 60 हजार बोलतों से धोया जाएगा. उस दौरान वहां कई और तरह की बंदिशें लगी होंगी. यहां तक कि रमजान की तरावीह भी 10 रिकत से ज्यादा नहीं पढ़ी जाएगी.
मस्जिद-अल-हरम के बीचों-बीच ही पवित्र स्थल मक्का स्थित है. कोरोना के दोबारा पैर पसारने के कारण काबा में कई तरह की सावधानियां बरती जा रही हैं. रमजान और कोरोना को देखते हुए मस्जिद-अल- हरम में
विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं. रोजाना 60 हजार बोतल से हरम को सैनिटाइज करने की कार्य योजना बनी है. इसके अलावा रमजान के दिनों में तरावीह 10 रकात की होगी.
यह ऐलान खाना-ए- काबा के इमाम ने किया है. काबा के इमाम डॉ अब्दुल रहमान अल-सुदैस का कहना है कि मस्जिद हरम में नमाज और तरावही 10 रकात की होगी, मगर मस्जिद में इतेेकाफ की इजाजत नहीं होगी. यही नहीं रमजान करीब आने पर तरावीह पढ़ने वालों की संख्या के संबंध में भी नए आदेश जारी किए जाएंगे.
काबा के इमाम डॉ अब्दुल रहमान अल-सुदैस ने कहा कि मस्जिद हरम में तरावीह की नमाज में 10 रकात शामिल होंगी, जबकि मस्जिद में इतेकाफ की अनुमति नहीं होगी. मगर नमाजी तरावीह के साथ तहज्जुद और वित्र पढ़ सकेंगे.
रमजान के दौरान, रोजेदार पहली मंजिल, छत और आंगन तक सीमित रहंगे.मुताफ आम लोगों के लिए बंद रहेगा. केवल उमराह करने वाले ही वहां तक जा सकेंगे. केवल उन्हें ही वहां जाने की अनुमति दी जाएगी. हालांकि उमराह करने वालों को बैतुल्लाह शरीफ को छूने की अनुमति नहीं दी जाएगी. मस्जिद हरम में प्रवेश की अनुमति केवल विशेष मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से संभव होगी.
रमजान के दिनों में इफ्तार को लेकर भी गाइड लाइन जारी की गई है. मस्जिद हरम में सामूहिक की बजाय व्यक्तिगत इफ्तार का वितरण किया जाएगा. कर्मचारियों द्वारा व्यक्तिगत रूप से जमजम की बोतलें भी प्रदान की जाएंगीं.
सऊदी मीडिया के अनुसार, रमजान के दौरान, हरम शरीफ को दैनिक आधार पर 60,000 लीटर सैनिटाइजर से धोया जाएगा. हाजियों में बुखार के लक्षणों का पता लगाने के लिए हरम शरीफ में 30 थर्मल कैमरे लगाए जाएंगे.