आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दौरे पर आए उनके ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को रक्षा, व्यापार और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से व्यापक बातचीत की.
वार्ता से पहले, यूके ने कहा कि वह भारत को युद्ध जीतने वाले विमानों के निर्माण पर सर्वश्रेष्ठ ब्रिटिश जानकारी प्रदान करेगा और हिंद महासागर में खतरों का जवाब देने के लिए नई तकनीक के लिए देश की आवश्यकताओं का समर्थन करेगा.
एक बयान में, ब्रिटिश उच्चायोग ने कहा कि यूके रक्षा खरीद के लिए डिलीवरी अवधि में कटौती करने के लिए भारत को एक ओपन जनरल एक्सपोर्ट लाइसेंस (ओजीईएल) जारी करेगा.ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रूस-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि में दो दिवसीय यात्रा पर गुरुवार को भारत पहुंचे.
उन्होंने कहा,‘‘दुनिया निरंकुश देषों से बढ़ते खतरों का सामना कर रही है जो लोकतंत्र को कमजोर करना चाहते हैं. स्वतंत्र और निष्पक्ष व्यापार को रोकते हैं और संप्रभुता को रौंदते हैं.
ब्रिटिष उच्चायोग ने जाॅनसन के हवाले से कहा,भारत के साथ ब्रिटेन की साझेदारी इन तूफानी समुद्रों में एक प्रकाशस्तंभ है, ‘‘उन्होंने कहा, ‘‘जलवायु परिवर्तन से लेकर ऊर्जा सुरक्षा और रक्षा तक हमारे दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर हमारा सहयोग महत्वपूर्ण है, क्योंकि हम भविष्य की ओर देखते हैं.‘‘
— ANI (@ANI) April 22, 2022