देखें वीडियो: पाकिस्तान में अवाम पहली बार सेना के खिलाफ सड़कों पर

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 1 Years ago
देखें वीडियो: पाकिस्तान में अवाम पहली बार सेना के खिलाफ सड़कों पर
देखें वीडियो: पाकिस्तान में अवाम पहली बार सेना के खिलाफ सड़कों पर

 

मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली

पूर्व प्रधानमंत्री एवं सियासी दल तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान पर जान लेवा हमले के बाद पाकिस्तानी अवाम पहली बार सेना के खिलाफ खुलकर सड़कों पर है. पड़ोसी देश से आ रही खबरों एवं सोषल मीडिया पर चल रही जानकारियों पर यकीन करें तो न केवल सेना मुख्यालयों पर प्रदर्श हो रहे हैं. सेना के वाहनों पर चढ़कर इसके खिलाफ नारे लगाए जा रहे हैं.

सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के वायरल वीडियो में पाकिस्तान के मौजूदा सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा का नाम लेकर अपशब्द कहा जा रहा है.एक अन्य वीडियो में महिलाएं इमरान खान पर जान लेवा हमले पर अपने गुस्से का इजहार करते हुए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस यानी आईएसआई का माखौल उड़ाती नजर आ ही हैं.

उनका कहना था कि एक तरफ तो आईएसआई दुनिया की माहिर खुफिया एजेंसी मानी जाती है, दूसरी तरफ इमरान खान पर कातिलाना हमले की उसे कोई जानकारी नहीं होती और हमलावर अपना काम कर जाते हैं. इस वीडियो में महिलाएं कमर जावेद बाजवा के प्रति अपने गुस्से का इजहार करते हुए दिखती हैं, ‘‘बाजवा का मतलब आर्मी नहीं है.’’

 

पाकिस्तान में यह चर्चा तेजी से फैल रही है कि इमरान खान पर जानलेवा हमले के पीछे पाकिस्तान सेना और इसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है. चूंकि इमरान खान और इनकी पार्टी पीटीआई पहले भी पाकिस्तानी सेना पर हमलावर रही है, इसलिए हमले के बाद  पाकिस्तानी आवाम को लगभग यकीन सा हो गया है कि इमरान पर हमले के पीछे सेना और आईएसआई का हाथ है.

एक जनसभा में इमरान खान ने सेना की ओर इशारा करते हुए कहा था, यदि उन्होंने मुंह खेला तो संस्थान नंगे हो जाएंगे. जब कि विदेशी मीडिया से बात करते हुए एक बार इमरान ने नवाज शरीफ, भुट्टो परिवार और सेना की ओर इशारा करते हुए कहा था कि पाकिस्तान में आजादी के बाद से अब तक उनकी ही सरकारें रही हैं.

उन्होंने इन पर भ्रष्टाचार जैसे गंभीर आरोप भी लगाए. इसी आरोप के चलते पूर्व प्रधानमंत्री मियां शहबाज शरीफ को ‘भगौड़ेकी जिंदगी’ जीनी पड़ रही है.इन सबका नतीजा है कि आम लोगों का सेना के प्रति गुस्सा बढ़ा है.

इससे पहले पाकिस्तान में कभी सेना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन नहीं हुए, न ही सेना मुख्यालय का घेराव किया. भारतीय सेना के सेवानिवृत्त मेजर गौरव आर्या ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप शेयर किया है जिसमें लोग पाकिस्तानी सेना मुख्यालय पर प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं.

एक अन्य वीडियो में एक व्यक्ति सेना के सामने ललकारते हुए चुनौती देता नजर आ रहा है. बीबीसी के एक वीडियो में भी महिलाएं खुलकर सेना अध्यक्ष बाजवा के खिलाफ बोलती नजर आ रही हैं. हालांकि बाजवा इस महीने सेवानिवृत्त होने वाले हैं.

याद दिला दूं कि आम चुनाव की मांग को लेकर पिछले सात दिनों से इमरान खान की पार्टी लांग मार्च कर रही है. इमरान खान का यह कार्यक्रम गुरुवार की शाम वजीराबाद में जैसे ही प्रारंभ होने वाला था, गोलीबार कर इमरान खान और पीटीआई के कई कार्यकर्ताओं को घायल कर दिया गया.

इस दौरान एक कार्यकर्ता की मौत भी हो गई . इस घटना के बाद इमरान खान के हवाले से पीटीआई ने आरोप लगाया है कि उनके नेता पर जानलेवा हमला के पीछे  पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, संघीय गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और आईएसआई से जुड़े एक बड़े अधिकारी का हाथ है.

पीटीआई की ओर से इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है. यहां तक कि इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने भी चेतावनी दी गई है. एक वीडियो में एक युवती सेना की ओर इशारा करते हुए कहती है कि सबको पता है कि इमरान खान पर हमला किसने कराया है.

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