मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली
पूर्व प्रधानमंत्री एवं सियासी दल तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान पर जान लेवा हमले के बाद पाकिस्तानी अवाम पहली बार सेना के खिलाफ खुलकर सड़कों पर है. पड़ोसी देश से आ रही खबरों एवं सोषल मीडिया पर चल रही जानकारियों पर यकीन करें तो न केवल सेना मुख्यालयों पर प्रदर्श हो रहे हैं. सेना के वाहनों पर चढ़कर इसके खिलाफ नारे लगाए जा रहे हैं.
— Moeed Pirzada (@MoeedNj) November 3, 2022
सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के वायरल वीडियो में पाकिस्तान के मौजूदा सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा का नाम लेकर अपशब्द कहा जा रहा है.एक अन्य वीडियो में महिलाएं इमरान खान पर जान लेवा हमले पर अपने गुस्से का इजहार करते हुए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस यानी आईएसआई का माखौल उड़ाती नजर आ ही हैं.
उनका कहना था कि एक तरफ तो आईएसआई दुनिया की माहिर खुफिया एजेंसी मानी जाती है, दूसरी तरफ इमरान खान पर कातिलाना हमले की उसे कोई जानकारी नहीं होती और हमलावर अपना काम कर जाते हैं. इस वीडियो में महिलाएं कमर जावेद बाजवा के प्रति अपने गुस्से का इजहार करते हुए दिखती हैं, ‘‘बाजवा का मतलब आर्मी नहीं है.’’
Furious people outside Shaukat Khanum pic.twitter.com/PUO7ypVvwP
— Adeel Habib (@Adeel786) November 4, 2022
पाकिस्तान में यह चर्चा तेजी से फैल रही है कि इमरान खान पर जानलेवा हमले के पीछे पाकिस्तान सेना और इसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है. चूंकि इमरान खान और इनकी पार्टी पीटीआई पहले भी पाकिस्तानी सेना पर हमलावर रही है, इसलिए हमले के बाद पाकिस्तानी आवाम को लगभग यकीन सा हो गया है कि इमरान पर हमले के पीछे सेना और आईएसआई का हाथ है.
— Piers Morgan Uncensored (@PiersUncensored) November 3, 2022
एक जनसभा में इमरान खान ने सेना की ओर इशारा करते हुए कहा था, यदि उन्होंने मुंह खेला तो संस्थान नंगे हो जाएंगे. जब कि विदेशी मीडिया से बात करते हुए एक बार इमरान ने नवाज शरीफ, भुट्टो परिवार और सेना की ओर इशारा करते हुए कहा था कि पाकिस्तान में आजादी के बाद से अब तक उनकी ही सरकारें रही हैं.
उन्होंने इन पर भ्रष्टाचार जैसे गंभीर आरोप भी लगाए. इसी आरोप के चलते पूर्व प्रधानमंत्री मियां शहबाज शरीफ को ‘भगौड़ेकी जिंदगी’ जीनी पड़ रही है.इन सबका नतीजा है कि आम लोगों का सेना के प्रति गुस्सा बढ़ा है.
— Major Gaurav Arya (Retd) (@majorgauravarya) November 4, 2022
इससे पहले पाकिस्तान में कभी सेना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन नहीं हुए, न ही सेना मुख्यालय का घेराव किया. भारतीय सेना के सेवानिवृत्त मेजर गौरव आर्या ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप शेयर किया है जिसमें लोग पाकिस्तानी सेना मुख्यालय पर प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं.
— BBC News Hindi (@BBCHindi) November 4, 2022
एक अन्य वीडियो में एक व्यक्ति सेना के सामने ललकारते हुए चुनौती देता नजर आ रहा है. बीबीसी के एक वीडियो में भी महिलाएं खुलकर सेना अध्यक्ष बाजवा के खिलाफ बोलती नजर आ रही हैं. हालांकि बाजवा इस महीने सेवानिवृत्त होने वाले हैं.
— Pakistan Untold (@pakistan_untold) November 4, 2022
याद दिला दूं कि आम चुनाव की मांग को लेकर पिछले सात दिनों से इमरान खान की पार्टी लांग मार्च कर रही है. इमरान खान का यह कार्यक्रम गुरुवार की शाम वजीराबाद में जैसे ही प्रारंभ होने वाला था, गोलीबार कर इमरान खान और पीटीआई के कई कार्यकर्ताओं को घायल कर दिया गया.
इस दौरान एक कार्यकर्ता की मौत भी हो गई . इस घटना के बाद इमरान खान के हवाले से पीटीआई ने आरोप लगाया है कि उनके नेता पर जानलेवा हमला के पीछे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, संघीय गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और आईएसआई से जुड़े एक बड़े अधिकारी का हाथ है.
— PTI BALOCHISTAN (@PTIBaluchistan) November 4, 2022
पीटीआई की ओर से इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है. यहां तक कि इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने भी चेतावनी दी गई है. एक वीडियो में एक युवती सेना की ओर इशारा करते हुए कहती है कि सबको पता है कि इमरान खान पर हमला किसने कराया है.