नई दिल्ली. अफगानिस्तान के विद्युत निकाय द अफगानिस्तान ब्रेशना शेरकट (डीएबीएस) ने कहा कि देश में उज्बेकिस्तान बिजली आपूर्ति में 60 फीसदी की कमी आई है, जिससे काबुल में बिजली गुल (ब्लैकआउट) हो गई है. गौरतलब है कि तालिबान ने पिछले दिनों उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान को चेतावनी दी थी कि यदि उन्होंने अफगान सैन्य विमान और हेलीकॉप्टर वापस नहीं किए, तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. इसके उज्बेकिस्तान की ओर से बिजली ठप हो गई है.
खामा प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, डीएबीएस के प्रवक्ता हिकमतुल्लाह मैवंडी ने एक वीडियो क्लिप में कहा कि उज्बेकिस्तान ने एकतरफा फैसला किया है और उन्हें इसकी जानकारी नहीं दी गई है.
मैवंडी ने कहा कि उज्बेकिस्तान ने कमी के लिए तकनीकी समस्याओं का हवाला दिया है और कहा कि इस मुद्दे को दो या तीन दिनों में हल किया जाएगा.
रिपोर्ट में कहा गया है कि डीएबीएस के अधिकारियों ने कहा कि उज्बेकिस्तान से बिजली के आयात में कमी के कारण काबुल सहित 16 प्रांतों में बिजली की किल्लत हुई है, जिससे ब्लैकआउट हो गया है.
उन्होंने लोगों को मुद्दों का समाधान होने तक बिजली का कम से कम उपयोग करने की भी सिफारिश की है.
यह समस्या तब सामने आई है, जब डीएबीएस ने 2022 के लिए उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान दोनों के साथ बिजली आयात करने के अपने अनुबंधों को बढ़ाया है.