एनएसए डोवाल से बातचीत के बाद वैक्सीन के लिए कच्चा माल भारत भेजने को अमेरिका राजी

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] • 2 Years ago
एनएसए डोवाल से बातचीत के बाद वैक्सीन के लिए कच्चा माल भारत भेजने को अमेरिका राजी
एनएसए डोवाल से बातचीत के बाद वैक्सीन के लिए कच्चा माल भारत भेजने को अमेरिका राजी

 

वॉशिंगटन (अमेरिका)

अमेरिका कोविशील्ड वैक्सीन के उत्पादन के लिए भारत को जरूरी कच्चा माल देने के लिए राजी हो गया है. अमेरिका ने भरोसा दिलाया है कि कोविशील्ड वैक्सीन के भारत में उत्पादन के लिए तत्काल आवश्यक कच्चा माल तुरंत भारत को उपलब्ध कराया जाएगा.

इससे पहले, इतवार को दिन में,अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से फोन पर बात की,और उन्होंने हिंदुस्तान में कोविड 19 के मामलों में हालिया आए खतरनाक उछाल पर भारत के लोगों के लिए गहरी सहानुभूति व्यक्त की.

 

व्हाइट हाउस से जारी एक बयान के अनुसार, सुलिवन ने दुनिया के सबसे बड़े कोविड 19 मामलों वाले दो देशों में से एक,भारत के साथ अमेरिका की एकजुटता के संकेत दिए हैं.

अपनी बातचीत में, अमेरिका के एनएसए सुलविन ने एनएसए अजीत डोभाल से कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने कोविशिल्ड वैक्सीन के भारतीय निर्माण के लिए तत्काल आवश्यक कच्चे माल के स्रोतों की पहचान की है जो तुरंत भारत के लिए उपलब्ध कराया जाएगा.

रविवार को अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के बीच भारत में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर फ़ोन पर बात हुई जिसके बाद कच्चे माल की आपूर्ति को लेकर अमेरिका की ओर से ये बयान आया है.

व्हाइट हाउस से जारी बयान में कहा गया है, “जिसतरह भारत ने अमेरिका के अस्पतालों में महामारी की शुरुआत में मदद भेजी थी, उसी तरह अमेरिका भी भारत को जरूरत के वक्त मदद के लिए कृतसंकल्प है. इस दिशा में अमेरिका चौबीसो घंटे अपने संसाधन और आपूर्ति भेजने की दिशा में काम कर रहा है.”

बयान के मुताबिक, “भारत में कोविशील्ड कोरोना वैक्सीन बनाने के लिए उत्पादकों को जिन विशेष कच्चे माल की ज़रूरत है, उनके स्रोतों की पहचान भी कर ली गई है और जल्द से जल्द यह भारत को उपलब्ध भी कराया जाएगा.”

कोविड 19 के मरीज़ों की मदद और फ्रंटलाइन वर्कर्स की सलामती के लिए अमेरिका रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट किट, वेंटिलेटरऔर पीपीई किट भी भारत कोमुहैया कराया जाएगा. इसके अलावा ऑक्सीजन निर्माण में भी सहयोग के विकल्पों पर ग़ौर किया जा रहा हैं. इसके साथ ही विशेषज्ञों की एक टीम का भी गठन किया जा रहा है जो भारत में स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ निकट संपर्क में रहते हुए काम करेगी.

(एएनआइ इनपुट्स)