अमेरिकन अफगान मदद के खिलाफ, पैसा तालिबान के हथियाने का डरः पोल

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 19-01-2022
न्यूयार्क
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वाशिंगटन. मॉर्निंग कंसल्ट के अनुसार, अधिकांश अमेरिकी मतदाता अफगानिस्तान को मानवीय सहायता प्रदान करने का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि पैसा तालिबान (आतंकवाद के लिए संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों के तहत) की जेब में खत्म हो जाएगा.

इससे पहले जनवरी में, संयुक्त राष्ट्र और उसके सहयोगियों ने तालिबान के सत्ता में आने के बाद उभरे मानवीय संकट को दूर करने के लिए 2022 में अफगानिस्तान के लिए 5 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक की सबसे बड़ी एकल-देश फंडिंग अपील शुरू की थी, जैसा कि स्पुतनिक समाचार एजेंसी द्वारा रिपोर्ट किया गया था.

पोलिटिको पोल के सर्वेक्षण में कहा गया है, ‘47 प्रतिशत डेमोक्रेट और 4 में से 3 रिपब्लिकन सहित 60 प्रतिशत अमेरिकी मतदाताओं ने अफगानिस्तान के कई मानवीय संकटों को कम करने के लिए वित्तीय सहायता भेजने का विरोध किया है, क्योंकि पैसा तालिबान के पास समाप्त हो सकता है.’

अगस्त में जैसे ही तालिबान ने काबुल में प्रवेश किया, राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया. संयुक्त राज्य अमेरिका उसी महीने अफगानिस्तान से हट गया, जिसने अपनी 20 साल लंबी उपस्थिति को समाप्त कर दिया.

दिसंबर में, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से एक अमेरिकी प्रस्ताव पारित किया, जिसमें मौजूदा प्रतिबंधों के बावजूद अफगानिस्तान को मानवीय सहायता भुगतान की अनुमति दी गई थी. तब से अमेरिका ने अफगानिस्तान में मानवीय कार्य करने वाले सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के लिए तालिबान या हक्कानी नेटवर्क (दोनों संयुक्त राष्ट्र और अमेरिकी प्रतिबंधों के तहत) से जुड़े कुछ लेनदेन और गतिविधियों की अनुमति दी है.

अक्टूबर 2021 से, अमेरिका ने अफगान लोगों के लिए मानवीय सहायता में लगभग 782 मिलियन अमरीकी डालर आवंटित किए हैं, जैसा कि व्हाइट हाउस ने जनवरी में स्पुतनिक समाचार एजेंसी के अनुसार रिपोर्ट किया था.