पेशावर. पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में इस साल जनवरी से मध्य जुलाई के बीच विभिन्न हमलों में कम से कम 55 पुलिसकर्मी मारे गए हैं और 60 घायल हुए हैं. द न्यूज इंटरनेशनल ने बताया कि इस साल जनवरी में खैबर पख्तूनख्वा में सात, फरवरी में तीन, मार्च में 11, अप्रैल में 16, मई में पांच, जून में सात और जुलाई के तीसरे सप्ताह में छह पुलिसकर्मी मारे गए.
द न्यूज इंटरनेशनल के एक सूत्र ने कहा, ‘‘इस साल के दौरान सबसे ज्यादा पुलिस पर हमले डेरा इस्माइल खान में हुए, उसके बाद बन्नू, पेशावर और मर्दन क्षेत्रों में हुए. चालू वर्ष के दौरान हजारा क्षेत्र में कोई घटना नहीं हुई.’’
ताजा हमले शुक्रवार और शनिवार को खैबर और डेरा इस्माइल खान में हुए. सूत्र के मुताबिक, पिछले सात महीने से भी कम समय में मारे गए पुलिसकर्मियों में दो इंस्पेक्टर, इतने ही सब-इंस्पेक्टर, पांच असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर, तीन हेड कांस्टेबल और 43 कांस्टेबल शामिल हैं. मारे गए लोगों में से लगभग 40 अपने-अपने जिला पुलिस के थे, जबकि अन्य यातायात, आतंकवाद-रोधी विभाग और अन्य इकाइयों के थे.
कुछ घटनाओं में पुलिस चौकियों, कार्यालयों और वैन पर ग्रेनेड और फायरिंग से हमला किया गया, लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. हाल के हफ्तों में खैबर पख्तूनख्वा में पुलिस पर बढ़ते हमलों ने सरकार और कानून प्रवर्तन के लिए खतरे की घंटी बजा दी है.
प्रांतीय मुख्यमंत्री महमूद खान ने एक बैठक में पुलिस पर बढ़ते हमलों पर चिंता व्यक्त की और अधिकारियों को स्थिति में सुधार के उपाय करने का निर्देश दिया. उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को लक्षित हत्याओं और अन्य आतंकवादी और आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए एक व्यापक कार्य योजना के साथ आने का निर्देश दिया.