संयुक्त राष्ट्रः पाक समेत आतंक को पालने-पोसने वाले देशों को मोदी की सीधी चेतावनी

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 25-09-2021
पीएम नरेंद्र मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी

 

अपडेट

समयः 19.12, 25 सितंबर, 2021

राकेश चौरासिया/नई दिल्ली-न्यूयॉर्क

संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान समेत आतंक को पालने-पोसने वाले देशों को सीधी चेतावनी दी है. पीएम मोदी ने कहा कि जो देश आतंकवाद को ‘राजनीतिक उपकरण’के रूप में उपयोग कर रहे हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि उनके लिए भी आतंकवाद उतना ही बड़ा खतरा है.

पीएम मोदी ने यूएनजीए के 76वें सत्र में अपनी टिप्पणी में कहा, “जो देश प्रतिगामी सोच को एक राजनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें समझना चाहिए कि आतंकवाद उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है.”

उन्होंने कहा कि दुनिया को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अफगानिस्तान की भूमि का इस्तेमाल आतंकवाद और आतंकवादी हमलों को फैलाने के लिए नहीं किया जाए. उन्होंने कहा, “हमें सतर्क रहना चाहिए कि कोई भी अफगानिस्तान की नाजुक स्थिति को अपने इस्तेमाल के लिए एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल न करे.”

उन्होंने कहा कि बच्चों और अल्पसंख्यकों सहित अफगानिस्तान के लोगों को मदद की जरूरत है. हमें इस संबंध में अपनी जिम्मेदारी पूरी करनी चाहिए.

उन्होंने कहा कि दुनिया पुनरावर्ती सोच और उग्रवाद के बढ़ते खतरे का सामना कर रही है. ऐसी परिस्थिति में पूरी दुनिया को विज्ञान आधारित तर्कसंगत और प्रगतिशील सोच को प्रगति का आधार बनाना चाहिए.

प्रधान मंत्री ने समझाया कि भारत की विविधता उसके मजबूत लोकतंत्र की पहचान है. यह एक ऐसा देश है, जहां दर्जनों भाषाएं और सैकड़ों बोलियां, विभिन्न जीवन शैली और व्यंजन हैं. यह एक जीवंत लोकतंत्र का सबसे अच्छा उदाहरण है.

प्रधान मंत्री ने अपने संबोधन के दौरान, कोविड-19 टीकों के वैश्विक निर्माताओं को भारत में आने और वैक्सीन बनाने के लिए आमंत्रित किया, इस बात पर जोर दिया कि देश का ‘विश्वास लोगों की सेवा करना है.’

पीएम मोदी ने कहा, “मानवता के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए भारत ने दुनिया के जरूरतमंदों को वैक्सीन देना शुरू किया. मैं वैक्सीन के वैश्विक निर्माताओं को भारत में आकर वैक्सीन बनाने के लिए आमंत्रित करता हूं.”

उन्होंने उन सभी लोगों को भी श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने घातक कोविड-19 महामारी में अपनी जान गंवाई है.

नरेंद्र मोदी ने भारत के स्केलेबल और श्लागत प्रभावीश् तकनीकी समाधानों की चर्चा की.

मोदी ने कहा, “जब भारत बढ़ता है, तो दुनिया बढ़ती है. जब भारत में सुधार होता है, तो दुनिया बदल जाती है. भारत में हो रहे विज्ञान और प्रौद्योगिकी आधारित नवाचार दुनिया में एक बड़ा योगदान दे सकते हैं. हमारे तकनीकी समाधानों की मापनीयता और उनकी लागत प्रभावशीलता दोनों अद्वितीय हैं.”

उन्होंने कहा, “भारत में हर महीने यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) के जरिए 3.5 अरब से ज्यादा लेनदेन हो रहे हैं.”

इससे पहले, पीएम मोदी ने बचपन में चाय बेचने वाली बात साझा की और बताया कि एक लोकतंत्र में इतनी ताकत होती है कि उसकी बदौलत वही चाय बेचने वाला मुख्यमंत्री बना और फिर उसे प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी संभालने का मौका भी मिला.

यूएनजीए के भाषणों के सप्ताहांत चरण की शुरुआत के कुछ ही मिनटों के भीतर उन्होंने कहा, “लोकतंत्र उद्धार कर सकता है. लोकतंत्र ने दिया है.”

अपने संबोधन में एक ‘गरीब लड़के’के रूप में अपनी जड़ों की ओर लौटते हुए एक गहरी संवेदना से भरी खुद के बारे में व्यक्तिगत टिप्पणी करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “स्टेशन पर चाय बेचने वाले का बेटा चौथी बार संयुक्त राष्ट्र को संबोधित कर रहा है. सबसे लंबे समय तक गुजरात के मुख्यमंत्री और फिर भारत के प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करते हुए मुझे 20 साल हो गए. हां. लोकतंत्र ऐसा कर सकता है. लोकतंत्र ने करके दिखाया है.”

मोदी की शुरुआती पंक्तियों में कहा, “मैं एक ऐसे देश का प्रतिनिधित्व करता हूं जिसे लोकतंत्र की जननी के रूप में जाने जाने पर गर्व है.”

इस दौरान पीएम मोदी ने कोरोना महामारी, आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और कोरोना वैक्सीन जैसे मुद्दों को भी उठाया.

इस वर्ष की सामान्य बहस का विषय है ‘कोविड-19 से उबरने की आशा के माध्यम से लचीलेपन का निर्माण, स्थायी रूप से पुनर्निर्माण, ग्रह की जरूरतों का जवाब देना, लोगों के अधिकारों का सम्मान करना और संयुक्त राष्ट्र को पुनर्जीवित करना.’

76वें यूएनजीए का उच्च स्तरीय खंड मंगलवार को न्यूयॉर्क में शुरू हुआ. इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक हाइब्रिड प्रारूप में है, लेकिन बड़ी संख्या में नेता न्यूयॉर्क पहुंचे हैं.

पीएम मोदी देश के तीन दिवसीय दौरे पर बुधवार को वाशिंगटन पहुंचे.

मोदी शुक्रवार को क्वाड शिखर सम्मेलन के बाद नए सिरे से न्यूयॉर्क में होने वाले कार्यक्रम में शामिल हुए. इससे पहले उन्होंने क्वाड के साथ ही व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की थी.

पहली इन-पर्सन लीडर-स्तरीय क्वाड मीटिंग ने अक्टूबर 2021 से शुरू होने वाले कोवैक्स सहित कोविड टीकों के निर्यात को फिर से शुरू करने की भारत की घोषणा का स्वागत किया.

एक संयुक्त बयान में क्वाड नेताओं मोदी, ऑस्ट्रेलिया के स्कॉट मॉरिसन और जापान के योशीहिदे सुगा और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने पाकिस्तान या चीन का नाम लिए बिना आतंकवादी प्रॉक्सी और सीमा पार हमलों की निंदा की.

यह संदेश अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी और अमेरिका और पाकिस्तान के बीच गहराते अविश्वास के तुरंत बाद सामने आया है, जो अब युद्धग्रस्त राष्ट्र के प्रभारी तालिबान नेताओं के साथ निकटता के कारण अमेरिकी खुफिया जानकारी के लिए महत्वपूर्ण है.

(एजेंसी इनपुट सहित)

भारत को लोकतंत्र की जननी के रूप में जाना जाता है: पीएम मोदी

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समयः 19.12, 25 सितंबर, 2021

न्यूयॉर्क. संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 76 वें सत्र को संबोधित करते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत को लोकतंत्र की जननी के रूप में जाना जाता है. उन्होंने कहा कि "हमारी विविधता ही हमारे मजबूत लोकतंत्र की पहचान है."
 
पीएम मोदी ने कहा, "मैं उस देश का प्रतिनिधित्व करता हूं, जिसे लोकतंत्र की जननी के रूप में जाना जाता है. भारत इस साल अपनी आजादी के 75 साल में प्रवेश कर रहा है. हमारी विविधता हमारे मजबूत लोकतंत्र की पहचान है."
 
उन्होंने कहा, "एक ऐसे देश में जहां दर्जनों भाषाएं, सैकड़ों बोलियां, विभिन्न जीवन शैली और व्यंजन हैं. यह जीवंत लोकतंत्र का सबसे अच्छा उदाहरण है."
 
उन्होंने कहा कि इस वर्ष की सामान्य बहस का विषय है 'कोविड-19 से उबरने की आशा के माध्यम से लचीलेपन का निर्माण, स्थायी रूप से पुनर्निर्माण, ग्रह की जरूरतों का जवाब देना, लोगों के अधिकारों का सम्मान करना और संयुक्त राष्ट्र को पुनर्जीवित करना'.
 
मोदी ने कहा कि 'अंत्योदय' सिद्धांत के तहत कोई पीछे नहीं रहता है. अंत्योदय को ध्यान में रखते हुए भारत आज एकीकृत न्यायसंगत विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है. हमारी प्राथमिकता है कि विकास सर्व समावेशी, सर्वव्यापक, सार्वभौम और सभी का पोषण करने वाला हो. 
 
पीएम मोदी  ने कहा कि "आज, मैं दुनिया भर के सभी वैक्सीन निर्माताओं को भारत में वैक्सीन बनाने का निमंत्रण देता हूं."
 
उन्होंने कहा कि "कोरोना महामारी ने दुनिया को सिखाया है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को और विविधतापूर्ण बनाया जाए. इसलिए वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं का विस्तार बहुत महत्वपूर्ण है. हमारा 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' इसी भावना से प्रेरित है."
 
76वें UNGA का उच्च स्तरीय खंड मंगलवार को न्यूयॉर्क में शुरू हुआ. इस वर्ष संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक हाइब्रिड प्रारूप में है, लेकिन बड़ी संख्या में नेता न्यूयॉर्क पहुंचे हैं.
 

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समयः 16.15, 25 सितंबर, 2021

भारतीय प्रवासी के सदस्य न्यूयॉर्क में उस होटल के बाहर इकट्ठा हो रहे हैं, जहां से पीएम नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र के लिए प्रस्थान करेंगे.

पीएम आज संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे.

कुछ देर बाद यूएन में होगा पीएम मोदी का संबोधन 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका की महत्वपूर्ण यात्रा के तीन चरण पूरे हो गए. पीएम मोदी चैथे चरण में आज थोड़ी देर बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक को संबोधित करेंगे. आज रात ही उनके स्वदेश लौटने का कार्यक्रम है.

इस बारे में बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि भारत ने वैश्विक मुद्दों पर अग्रणी भूमिका निभाई है. आज संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री का जो संबोधन होगा, उसमें भी भारत के वैश्विक दृष्टिकोण को महत्व दिए जाने की संभावना है.

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ( 25 सितंबर ) भारतीय समयानुसार शाम 6ः30 बजे संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे.प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिकी यात्रा के सभी चरणों का महत्व बताते हुए भाजपा राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा के पहले चरण में आर्थिक निवेश की दृष्टि से दुनिया की 5 बड़ी कंपनियों के सीईओ के साथ बैठक की गई.

अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय मुलाकात को यात्रा का दूसरा महत्वपूर्ण चरण बताते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ यह पहली प्रत्यक्ष मुलाकात थी.

भारत ने इस मुलाकात के दौरान आतंकवाद और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर मजबूती के साथ अपना पक्ष रखा. भारत को जिस तरह से वैश्विक स्वीकार्यता मिली है वह पीएम मोदी के नेतृत्व में चल रही भारतीय कूटनीति की सफलता का परिणाम है. यह नए युग के उदय के रूप में दिखाई पड़ रहा है.

क्वाड देशों के साथ बैठक को तीसरा महत्वपूर्ण चरण बताते हुए त्रिवेदी ने कहा कि इस बैठक में हिन्द प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर भारत के दृष्टिकोण पर चर्चा के साथ पर्यावरण और कई रणनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई.

उन्होंने कहा कि इस बैठक में क्वाड देशों में एक अरब कोविड वैक्सीन की उपलब्धता को भी सुनिश्चित करने को कहा गया है. इसके उत्पादन एवं वितरण में भारत की भूमिका अग्रणी होगी.

दरअसल , यह संयुक्त राष्ट्र महासभा का 76 वां सत्र है. आज शाम भारत की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे संबोधित करेंगे. महासभा को संबोधित करने के बाद भारतीय समयानुसार आज रात ही प्रधानमंत्री भारत के लिए रवाना हो जाएंगे.