सुल्ली डील पर नफरतअंगेजी के लिए संयुक्त राष्ट्र ने की निंदा

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 12-01-2022
सुल्ली डील पर नफरतअंगेजी के लिए संयुक्त राष्ट्र ने की निंदा
सुल्ली डील पर नफरतअंगेजी के लिए संयुक्त राष्ट्र ने की निंदा

 

जिनेवा. संयुक्त राष्ट्र के एक विशेष दूत ने कहा है कि भारत में सुल्ली जैसे सोशल मीडिया ऐप के जरिए मुस्लिम महिलाओं के उत्पीड़न की निंदा की जानी चाहिए और ऐसी घटनाओं के खिलाफ जल्द से जल्द कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए.

इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइनॉरिटी अफेयर्स के विशेष अधिकारी डॉ फर्नांड डी वेरेन्स ने एक ट्वीट में भारत में अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, ‘भारत में मुस्लिम महिलाओं को परेशान किया जा रहा है और सोशल मीडिया ऐप पर बेचा जा रहा है.’

वर्निस ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा, ‘भारत में अल्पसंख्यक मुस्लिम महिलाओं को परेशान किया जा रहा है और सैली डील्स जैसे सोशल मीडिया ऐप पर जातिगत घृणा के स्रोत के रूप में बेचा जा रहा है.’

अल्पसंख्यकों के सभी मानवाधिकारों की पूरी तरह और समान रूप से रक्षा की जानी चाहिए. पता चला है कि दिल्ली पुलिस ने पिछले सप्ताह 26 वर्षीय ओंकारेश्वर ठाकुर को मध्य प्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया था, जिसे ‘सुल्ली डील्स’ का निर्माता माना जाता है. इस मामले में यह पहली गिरफ्तारी है.

सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं को उनकी अनुमति के बिना उनकी संपादित तस्वीरों के साथ एक मोबाइल एप्लिकेशन पर ‘नीलामी’ के लिए सूचीबद्ध किया गया था.

कंप्यूटर एप्लीकेशन में स्नातक की डिग्री रखने वाले ठाकरे ने स्वीकार किया कि वह ट्विटर पर एक समूह के सदस्य थे जहां मुस्लिम महिलाओं को बदनाम करने और उन्हें ट्रोल करने का विचार साझा किया गया था.

एक अन्य मामले में दिल्ली पुलिस ने एक पत्रकार द्वारा दर्ज कराई गई ऑनलाइन शिकायत पर एक जनवरी को प्राथमिकी दर्ज की थी. बोलिबाई एक ऐसे ऐप से जुड़ी थी जो मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाता था और उनकी तस्वीरें ‘नीलामी’ के लिए डालता था.