यूक्रेन ने की सीमा से रूसी सैनिकों की वापसी की मांग

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 31-01-2022
यूक्रेन ने की सीमा से रूसी सैनिकों की वापसी की मांग
यूक्रेन ने की सीमा से रूसी सैनिकों की वापसी की मांग

 

आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
   
यूक्रेन ने रूस से अपनी सीमा से अपने सैनिकों को वापस लेने और तनाव कम करने में ‘‘गंभीर‘‘ होने पर पश्चिम के साथ बातचीत जारी रखने का आग्रह किया है.
फ्रांसीसी समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्री क्यूबा ने ट्वीट किया कि ‘‘यदि रूसी अधिकारी गंभीर हैं जब वे कहते हैं कि वे एक नया युद्ध नहीं चाहते हैं, तो रूस को राजनयिक संबंध जारी रखना चाहिए.‘‘ और यूक्रेन से सैनिकों को वापस लेना चाहिए. सीमाओं और अस्थायी रूप से अपने कब्जे वाले क्षेत्रों में से फौज को हटाना चाहिए.’’
 
पश्चिमी देशों के अनुसार, रूस ने यूक्रेन की सीमाओं पर 100,000 से अधिक सैनिकों और भारी हथियारों को तैनात किया है. उन्हें रूस के हमले का डर है.
दिमित्री क्यूबा ने कहा कि ‘‘कूटनीति ही एकमात्र जिम्मेदार तरीका है.‘‘
 
दूसरी ओर, अमेरिकी सीनेट के वरिष्ठ सदस्यों ने कहा है कि वे रूस पर प्रतिबंध लगाने के बिल पर दोनों पक्षों के सदस्यों की सहमति प्राप्त करने के करीब हैं, जो रूसी अर्थव्यवस्था को ‘‘कुचल‘‘ देगा.
 
डेमोक्रेटिक फॉरेन रिलेशंस कमेटी के अध्यक्ष सेन बॉब मेनेंडेज ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को एक स्पष्ट संदेश भेजना महत्वपूर्ण था कि कोई भी आक्रमण अस्वीकार्य था.
 
‘‘म्यूनिख फिर से नहीं हो सकता.पुतिन अकेले यूक्रेन के साथ नहीं रुकेंगे.अमेरिकी सीनेटरों की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब ब्रिटेन भी रूस पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी पूरी करने के करीब है.
 
ब्रिटिश विदेश सचिव ल्यूक ट्रस ने रविवार को कहा, ‘‘रूस के पास छिपने के लिए कोई जगह नहीं होगी.यह क्रीमिया के मामले में नहीं है, जिसे 2014 में सेना की मदद से रूस ने कब्जा कर लिया था, लेकिन यूक्रेन मुद्दे का दुनिया भर में विरोध है.‘‘ 
 
अमेरिकी सीनेटर ने चेतावनी दी कि प्रतिबंधों की धमकी को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए.तेल की कीमतों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यूक्रेन के कब्जे के कारण ऊर्जा क्षेत्र में रूस के भारी निवेश का विश्व अर्थव्यवस्था पर विनाशकारी प्रभाव पड़ेगा.