जेरूसलम. अल-कुद्स अल-अरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, इंटरनेशनल यूनियन ऑफ मुस्लिम स्कॉलर्स ने कल एक बयान जारी कर कहा कि जिन देशों ने इजरायल के साथ संबंध बनाया है, वे न केवल निंदनीय हैं, बल्कि यह फिलिस्तीनी लोगों के साथ विश्वासघात भी है.
मुस्लिम विद्वानों के अंतर्राष्ट्रीय संघ ने अल-अक्सा मस्जिद, कुद्स शरीफ और फिलिस्तीन के समर्थन के संबंध में अपनी सैद्धांतिक और तार्किक स्थिति को दोहराया और कुद्स के सूदखोर और दमनकारी जायोनी शासन के साथ संबंधों के रखरखाव और समझौता की निंदा की.
मुस्लिम विद्वानों के अंतर्राष्ट्रीय संघ ने कब्जे वाले क्षेत्रों, विशेष रूप से अल-अक्सा मस्जिद और कुद्स शरीफ की मुक्ति का आह्वान किया.
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि 4 अरब देशों, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, मोरक्को और सूडान ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के दबाव में, इजराइल के साथ संबंध स्थापित किए, जिसकी अरब और इस्लामी देशों ने व्यापक रूप से निंदा की.
(एजेंसी इनपुट)