तालिबान की सोच अब पाक के लिए खतरनाकः फवाद चौधरी

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 28-12-2021
तालिबान की सोच अब पाक के लिए खतरनाकः फवाद चौधरी
तालिबान की सोच अब पाक के लिए खतरनाकः फवाद चौधरी

 

इस्लामाबाद. तालिबान के लिए मोहब्बत अब पाकिस्तान पर भारी पड़ रही है. यह केवल वित्तीय सहायता और मानवीय सहायता का मामला नहीं है, बल्कि अब तालिबान की सोच और प्रभाव पाकिस्तान को डराने लगा है, क्योंकि तालिबान के पुराने तरीके अब पाकिस्तान के समाज को प्रभावित कर रहे हैं. यह आशंका पहले विशेषज्ञों ने जाहिर की थी और अब पाकिस्तान सरकार भी इसे मान रही है. पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने कहा है कि तालिबान द्वारा अफगान महिलाओं पर लगाए गए नए प्रतिबंध ‘चरमपंथी’ और ‘रूढ़िवादी’ हैं. यह पाकिस्तान के लिए ‘खतरनाक’ सोच को दर्शाता है.

अफगान तालिबान ने रविवार को एक नया निर्देश जारी करते हुए कहा कि कम दूरी के अलावा अन्य यात्रा करने की इच्छा रखने वाली महिलाओं को परिवहन सुविधा की पेशकश नहीं की जानी चाहिए, जब तक कि उनके साथ उनका कोई करीबी पुरुष रिश्तेदार यानि महरम न हो. सभी वाहनों के मालिकों को भी केवल हिजाब पहनने वाली महिलाओं को सवारी की पेशकश करने के लिए कहा गया है.

इस्लामाबाद में सोमवार को एक समारोह को संबोधित करते हुए फवाद चौधरी ने कहा, ‘पाकिस्तान के बायीं और दायीं ओर दो चरमपंथी सरकारें हैं.’

फवाद चौधरी ने कहा, ‘एक तरफ अफगानिस्तान है जहां तालिबान सत्ता में आए हैं. हम अफगानिस्तान के लोगों की मदद करना चाहते हैं, लेकिन हम कहना चाहते हैं कि महिलाएं वहां अकेले यात्रा नहीं कर सकती हैं या स्कूल या कॉलेज नहीं जा सकती हैं, इस तरह की रूढ़िवादिता पाकिस्तान के लिए खतरनाक है.’

सूचना मंत्री ने आगे कहा कि इस तरह यहां (पूर्व में) हिंदू अतिवाद फैल रहा है. पाकिस्तान राज्य की सबसे बड़ी जंग इन्हीं दो तरह की चरमपंथी सोच के खिलाफ है.

अफगानिस्तान के प्रबुद्धता और बुराई निषेध मंत्रालय के प्रवक्ता सादिक अकीफ मोहजर ने रविवार को एएफपी को बताया कि ‘45मील से अधिक की यात्रा करने वाली महिलाओं को सवारी की पेशकश नहीं की जानी चाहिए, अगर उनके परिवार का कोई करीबी सदस्य नहीं है.’

सोशल मीडिया पर प्रसारित इस निर्देश में अफगान टेलीविजन चैनलों से महिलाओं को दर्शाने वाले नाटकों और कार्यक्रमों को प्रसारित नहीं करने का आह्वान किया गया है. कार्यक्रम के दौरान टेलीविजन पर काम करने वाली महिला पत्रकारों को भी हिजाब पहनने को कहा गया है.

सादिक अकिफ मोहजर ने रविवार को कहा था कि महिलाओं के लिए ट्रांसपोर्ट में हिजाब पहनना जरूरी होगा. मंत्रालय का निर्देश लोगों से अपने वाहनों में संगीत बंद करने का आह्वान करता है.

इस महीने की शुरुआत में, अफगान तालिबान नेता हबीबुल्लाह अखुंदजादा ने एक आदेश जारी कर सरकार को महिलाओं के अधिकारों को लागू करने का निर्देश दिया था. आदेश में कहा गया है कि उन्हें ‘संपत्ति’ नहीं माना जाना चाहिए और शादी के लिए उनकी सहमति की आवश्यकता है.

हालांकि, आदेश में महिलाओं की शिक्षा या घर से बाहर काम करने का जिक्र नहीं था.