नयी दिल्ली. अफगानिस्तान में कापिसा प्रांत के अलबर्नी यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर पर छात्रों और सहकर्मियों ने ईशनिंदा का आरोप लगाया है. तालिबान ने हालांकि इस मसले पर अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है.
अलबर्नी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर याकूब यास्ना ने फेसबुक पर इस संबंध में पोस्ट किया है. उनका कहना है कि उनकी यूनिवर्सिटी में धार्मिक शिक्षा, कृषि और शिक्षा विभाग के लेक्चरर तथा छात्रों ने उन पर ईशनिंदा का आरोप लगाया है.
प्रोफेसर यास्ना का कहना है कि उन्होंने अफगानिस्तान में नस्ली राजनीति की आलोचना की थी लेकिन अन्य प्रोफेसर ने उन पर अधार्मिक होने का आरोप लगा दिया. उनका दावा है कि उन्होंने किसी भी धर्म की निंदा नहीं की है.
अफगानिस्तान में यह घटना ऐसे समय में सामने आयी है जब देश में कट्टर आतंकवादी संगठन तालिबान का बोलबाला है . तालिबान के देश की सत्ता पर काबिज होने के बाद से अफगानिस्तान के कुछ नामी विश्वविद्यालयों के 229 प्रोफेसर देश छोड़ कर जा चुके हैं.
अलबर्नी यूनिवर्सिटी के अधिकारियों और तालिबान ने इस मामले पर अब तक टिप्पणी नहीं की है.