आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली / इस्लामाबाद
बलूचिस्तान के ग्वादर में पाकिस्तान के संस्थापक कायदे आजम मुहम्मद अली जिन्ना की मूर्ति धमाके से उड़ा दी गई. प्रतिबंधित अलगाववादी बलूच रिपब्लिकन आर्मी ने कायदे आजम मुहम्मद अली जिन्ना की मूर्ति को उड़ाने की जिम्मेदारी ली है.
बलूचिस्तान के पूर्व गृह मंत्री सीनेटर सरफराज बुगती ने एक ट्वीट में इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा, ‘‘कायदे आजम की प्रतिमा पर हमला वास्तव में पाकिस्तान की विचारधारा पर हमला है.’’उन्होंने कहा,‘‘मैं अधिकारियों से घटना में शामिल लोगों से उसी तरह से निपटने का आग्रह करता हूं जैसे जियारत में कायदे आजम के घर पर हमला करने वालों से.‘‘
प्रतिबंधित अलगाववादी बलूच रिपब्लिकन आर्मी ने कायदे आजम मुहम्मद अली जिन्ना की मूर्ति को उड़ाने की जिम्मेदारी ली है.इससे पहले, बलूचिस्तान के जियारत इलाके में जिन्ना के ऐतिहासिक घर को जून 2013 में आतंकवादियों ने आग लगा दी थी. इसका दावा प्रतिबंधित अलगाववादी बलूच लिबरेशन आर्मी ने किया था.
उल्लेखनीय है कि बलूचिस्तान के हरनाई जिले में शनिवार को एक एफसी गश्ती दल पर बम हमले में चार कर्मियों की मौत हो गई थी और एक अधिकारी सहित दो अन्य घायल हो गए थे.हरनाई लेविस के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि क्वेटा से करीब 120 किलोमीटर दूर हरनाई-क्वेटा हाईवे पर शाहराग और खोस्त के बीच फ्रंटियर कॉर्प्स बलूचिस्तान 139 विंग के एक काफिले को शनिवार सुबह निशाना बनाया गया.
लेवीज अधिकारी के मुताबिक, आतंकियों ने सड़क किनारे बम रखा था. नियमित गश्त में लगे एफसी कर्मियों का वाहन जब पास पहुंचा तो विस्फोट हो गया और वाहन नष्ट हो गया.