आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
अफगानिस्तान के कुंदुज शहर की रहने वाली लैलुमा दो महीने पहले लड़ाई के कारण विस्थापित हो गई थी. युद्ध में अपने पति को खो दिया है. यह केवल लैलुमा की कहानी नहीं है. एक आंकड़े के अनुसार, पिछले 4 महीनों में 36,000 परिवारों के करीब 9 लाख लोग विस्थापित हुए हैं. अभी अफगानिस्तान में बड़ी भयावह स्थिति है.
अफगान स्वतंत्र मानवाधिकार आयोग (एआईएचआरसी) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में चल रहे युद्ध ने पिछले तीन महीनों में 900,000 लोगों को विस्थापित किया है. एआईएचआरसी की सदस्य बेनाफ्शा याकूबी ने कहा कि यह आंकड़ा पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 74 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
वॉचडॉग ने युद्धरत पक्षों से लड़ाई बंद करने और युद्धविराम की घोषणा करने का आह्वान किया.कुंदुज शहर की रहने वाली लैलुमा दो महीने पहले लड़ाई के कारण विस्थापित हो गई थी. उसने युद्ध में अपने पति को खो दिया है.
लैलुमा ने कहा, ‘‘हमारे पास आश्रय नहीं है. कभी-कभी मेरे बच्चे और मैं भूखे रहते हैं.‘‘एक अन्य विस्थापित अब्दुल मुतालिब ने कहा, ‘‘मैं दो महीने पहले विस्थापित हो गया था. सब कुछ खो दिया है.‘‘
एआईएचआरसी की सदस्य बेनाफ्शा याकूबी ने कहा, ‘‘एक महीने के दौरान 32,284 परिवार विस्थापित हुए और यह आंकड़ा चैंकाने वाला है.‘‘इस बीच, मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि सरकार ने देश के विभिन्न प्रांतों में आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों को सहायता पहुंचाना शुरू कर दिया है.
राज्य के प्राकृतिक आपदा मंत्रालय के मीडिया सलाहकार अब्दुल्ला वलीजादा ने कहा, ‘‘पिछले दो महीनों में हमने देश भर में 50,000 परिवारों को सहायता प्रदान की है.‘‘