नई दिल्ली. तालिबान ने बामियान में हजारा नेता अब्दुल अली मजारी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया है. उनकी 1995 में तालिबान ने हत्या भी की थी.
तालिबान ने 2001 में बामियान में बुद्ध की मूर्तियों को भी गोलों से उड़ा दिया था.
बामियान में अब खंडित की गई मजारी के स्टेच्यू की तस्वीरें सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा की जा रही हैं.
हालांकि मंगलवार को, तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान में एक ‘माफी’ की घोषणा की थी और महिलाओं से अपनी सरकार में शामिल होने का आग्रह किया था.
अब्दुल अली मजारी हजारा समुदाय के बड़े नेता और नार्दन एलायंस के संस्थापकों में से एक थे. 1995 में तालिबान ने उनका अपहरण कर लिया था. उनकी हत्या की गई थी और गजनी में एक हेलीकॉप्टर से उनके शरीर को फेंक दिया गया था.
हजारा ज्यादातर शिया मुसलमान हैं. अफगानिस्तान में सुन्नी आतंकवादी समूहों द्वारा अल्पसंख्यक शियाओं पर बार-बार हमला किया गया है.
Taliban blows up slain Hazara leader Abdul Ali Mazari's statue in Bamiyan
— ANI Digital (@ani_digital) August 18, 2021
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