काबुल. अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के सत्ता में आने के बाद से लोगों पर कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं. संगीत सुनना उन चीजों में से एक है, जिसे अफगानिस्तान में ‘अपराध’ माना जाता है. जाहिर है, तालिबान संगीत से नफरत करते हैं और समय-समय पर वाद्य यंत्रों को तोड़ देते हैं. अब सोशल मीडिया पर हाल ही में एक वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें तालिबान को कुछ वाद्य यंत्रों को जलाते हुए देखा जा सकता है.
वीडियो के साथ यह दावा किया जा रहा है कि तालिबान ने अफगानिस्तान के पक्तिया प्रांत के जार्ज अयूब जिले में कुछ वाद्ययंत्रों में आग लगा दी. इस वीडियो को ट्विटर यूजर एहतेशम अफगान ने पोस्ट किया है.
Video : Taliban burn musician's musical instrument as local musicians weeps. This incident happened in #ZazaiArub District #Paktia Province #Afghanistan . pic.twitter.com/zzCp0POeKl
— Abdulhaq Omeri (@AbdulhaqOmeri) January 15, 2022
उन्होंने कैप्शन में लिखा, ‘तालिबान ने पक्तिया प्रांत के जार्ज अयूबरूबी जिले में गायकों के संगीत वाद्ययंत्रों में आग लगा दी.’ तालिबान हत्या की अनुमति देता है, लेकिन जो नफरत को खत्म करता है, प्यार बढ़ाता है और मानव जीवन में खुशी लाता है, वह हराम है.
एहतेशाम ने कहा कि यह आज का अफगानिस्तान है. तालिबान शासन के तहत कारों के अंदर संगीत सुनने की अनुमति नहीं है. इस कट्टरपंथी सरकार की सबसे बड़ी शिकार वे महिलाएं हैं, जिनकी शिक्षा तालिबान ने अपने कब्जे में ले ली है.
महिलाओं के बिना हिजाब के बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है.
एक रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामिक अमीरात के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने काबुल न्यूज को बताया कि उन्होंने सभी ड्राइवरों से कहा है कि वे अपने वाहनों में संगीत न बजाएं और महिलाओं को हिजाब के बिना बिठाने से बचें.
तालिबान के आदेश के अनुसार, ड्राइवर किसी महिला को उसके पति या संबंधित किसी अन्य पुरुष की उपस्थिति के बिना अपनी कार में नहीं बिठा सकते हैं.
नमाज के दौरान चालकों को अपने वाहन रोकने होंगे. यह एक सख्त नियम है कि वाहन चलाते समय चालक को नशे में नहीं होना चाहिए. तालिबान ने पिछले साल काबुल पर कब्जा कर लिया था. तब से तालिबान ने हमवतन लोगों के लिए नए कानून बनाए हैं.