राकेश चौरासिया / नई दिल्ली-काबुल
सूत्रों के अनुसार, अफगानिस्तान के सबसे मजबूत गढ़ मजार-ए-शरीफ पर कब्जा करने के बाद तालिबान काबुल शहर में प्रवेश कर गए हैं और प्रवेश द्वारों पर अगले आदेश की प्रतीक्षा कर रहे हैं. काबुल को तालिबान ने चारों तरफ से घेर लिया है. उधर, राष्ट्रपति गनी अहमद तालिबान को सत्ता सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर चुके हैं.
आंतरिक मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि तालिबान ‘हर तरफ से’ आ रहे हैं. इसके आगे उन्होंने कोई विवरण नहीं दिया.
अफगान प्रेसिडेंशियल पैलेस अकाउंट से किए गए एक ट्वीट में कहा गया है कि काबुल के आसपास कई जगहों पर गोलीबारी की आवाज सुनी गई है.
अमेरिका ने अपने दूतावास से राजनयिकों को हेलीकॉप्टर से निकाला है.
एएनआई ने बताया कि रविवार को नई अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में अली अहमद जलाली के साथ तालिबान को सत्ता हस्तांतरित करने के लिए अफगान प्रेसिडेंशियल पैलेस एआरजी में बातचीत शुरू हो गई है.
खामा प्रेस न्यूज एजेंसी ने बताया कि राष्ट्रीय सुलह के लिए उच्च परिषद के प्रमुख अब्दुल्ला अब्दुल्ला के बारे में कहा जाता है कि वे इस प्रक्रिया में मध्यस्थता कर रहे हैं. सूत्रों ने यह भी कहा है कि अली अहमद जलाली को नई अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया जाएगा.
इस बीच, आंतरिक और विदेश मामलों के कार्यवाहक मंत्रियों अब्दुल सत्तार मिर्जाकवाल ने अलग-अलग वीडियो क्लिप में आश्वासन दिया कि काबुल के लोगों को सुरक्षित किया जाएगा, क्योंकि वे अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ शहर की रक्षा कर रहे हैं.
मिर्जाकवाल ने कहा कि काबुल पर हमला नहीं किया जाएगा और संक्रमण शांतिपूर्ण ढंग से होगा. मिर्जाकवाल ने काबुल निवासियों को आश्वासन दिया कि सुरक्षा बल शहर की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे.
इससे पहले, तालिबान ने एक बयान में काबुल के निवासियों को डरने का आश्वासन नहीं दिया, क्योंकि उनका इरादा अफगान राजधानी में सैन्य रूप से प्रवेश करने का नहीं है और काबुल की ओर एक शांतिपूर्ण आंदोलन होगा.
बहुत कम या बिना किसी प्रतिरोध का सामना करते हुए, तालिबान ने हर तरफ से अफगान राजधानी काबुल में प्रवेश किया.
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार तालिबान ने अब अपने सदस्यों को काबुल गेट के पास इंतजार करने और शहर में प्रवेश करने का प्रयास नहीं करने का आदेश दिया है.
#Taliban have entered #Kabul BAGRAM from all sides. Sirens sounding across the capital of Afghanistan.#بھاگ_غنی_بھاگ pic.twitter.com/t8Z1oD3s3W
— Rashid Khan (@Rashid_OfficiaI) August 15, 2021
इस बीच, रूस, भागीदारों के साथ, अफगानिस्तान के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपातकालीन बैठक बुलाने पर काम कर रहा है. अफगानिस्तान के लिए रूसी विशेष राष्ट्रपति के प्रतिनिधि जमीर काबुलोव ने रविवार को स्पुतनिक को बताया.
काबुलोव ने कहा, “हम बैठक, बुलाएंगे. लेकिन इससे स्थिति नहीं बदलेगी, हमें इसके बारे में पहले सोचना चाहिए था और अब बैठक नहीं करनी चाहिए.”
फेडरेशन काउंसिल कमेटी ऑन फॉरेन अफेयर्स के पहले उपाध्यक्ष, व्लादिमीर दजाबारोव ने स्पुतनिक से कहा कि अफगानिस्तान की स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तत्काल चर्चा की जानी चाहिए, क्योंकि ऐसा लगता है कि देश के भाग्य का अनुमान लगाया गया था.
उन्होंने कहा कि रूस अफगानिस्तान की स्थिति में हस्तक्षेप नहीं कर सकता और न ही करेगा, क्योंकि यह एक संप्रभु राज्य है.
(एजेंसी इनपुट सहित)
Prisoners leaving Kabul jail after being broken out by Taliban. pic.twitter.com/B84F2UrtEA
— Richard Engel (@RichardEngel) August 15, 2021