यूएनजीए में पीएम मोदी के संबोधन की 10 खास बातें, यहां पढ़िए

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 25-09-2021
नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी

 

न्यूयॉर्क. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के समक्ष 22 मिनट के अपने संबोधन में श्अद्वितीयश् पैमाने पर विज्ञान, प्रौद्योगिकी, संस्कृति और समस्या-समाधान क्षमता के संदर्भ में भारत की शक्ति के विचार को सामने रखा.

पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि जब भारतीयों की प्रगति होती है, तो विश्व के विकास को भी गति मिलती है.

मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “जब भारत बढ़ता है, तो दुनिया बढ़ती है. जब भारत में सुधार होता है, तो दुनिया बदल जाती है. भारत में हो रहे विज्ञान और प्रौद्योगिकी आधारित नवाचार दुनिया में एक बड़ा योगदान दे सकते हैं. हमारे तकनीकी समाधानों की मापनीयता और उनकी लागत-प्रभावशीलता दोनों अद्वितीय हैं.”

पेश हैं मोदी के भाषण की 10 खास बातेंः

आतंकवादः “प्रतिगामी सोच वाले देश आतंकवाद को एक राजनीतिक उपकरण के रूप में उपयोग कर रहे हैं. इन देशों को यह समझना चाहिए कि आतंकवाद उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है. साथ ही, यह सुनिश्चित करना नितांत आवश्यक है कि अफगानिस्तान के क्षेत्र का उपयोग आतंकवाद फैलाने या आतंकवादी हमलों के लिए न हो.”

आकांक्षाः “ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि एक छोटा बच्चा जो कभी एक रेलवे स्टेशन के टी-स्टॉल पर अपने पिता की मदद करता था, वो आज चौथी बार, भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर यूएनजीए को संबोधित कर रहा है.”

लोकतंत्रः “सबसे लंबे समय तक गुजरात का मुख्यमंत्री और फिर पिछले 7 साल से भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर मुझे हेड ऑफ गवर्मेट की भूमिका में देशवासियों की सेवा करते हुए 20 साल हो रहे हैं. मैं अपने अनुभव से कह रहा हूं. हां, लोकतंत्र उद्धार कर सकता है. हां. लोकतंत्र ने उद्धार किया है.”

बैंकिंगः “बीते सात वर्षों में भारत में 43 करोड़ से ज्यादा लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा गया है, जो अब तक इससे वंचित थे. आज 36 करोड़ से अधिक ऐसे लोगों को भी बीमा सुरक्षा कवच मिला है, जो पहले इस बारे में सोच भी नहीं सकते थे.”

स्वास्थ्य देखभालः “50 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा देकर, भारत ने उन्हें क्वालिटी हेल्थ सर्विस से जोड़ा है. भारत ने 3 करोड़ पक्के घर बनाकर, बेघर परिवारों को घर का मालिक बनाया है.”

जलापूर्तिः “प्रदूषित पानी, भारत ही नहीं पूरे विश्व और खासकर गरीब और विकासशील देशों की बहुत बड़ी समस्या है. भारत में इस चुनौती से निपटने के लिए हम 17 करोड़ से अधिक घरों तक, पाइप से साफ पानी पहुंचाने का बहुत बड़ा अभियान चला रहे हैं.”

भारत और भारतीयः “दुनिया का हर छठा व्यक्ति भारतीय है. जब भारतीय प्रगति करते हैं, तो दुनिया के विकास को भी गति मिलती है. जब भारत बढ़ता है, तो दुनिया बढ़ती है. जब भारत सुधार करता है, तो दुनिया बदल जाती है.”

विज्ञान और तकनीकः “भारत में हो रहे विज्ञान और प्रौद्योगिकी आधारित नवाचार दुनिया में एक बड़ा योगदान दे सकते हैं. हमारे तकनीकी समाधानों का स्केल और उनकी कम लागत, दोनों अतुलनीय है. भारत में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) के जरिए हर महीने 3.5 अरब से ज्यादा ट्रांजेक्शन हो रहे हैं.”

वैक्सीनः “मैं यूएनजीए को ये जानकारी देना चाहता हूं कि भारत ने दुनिया की पहली डीएनए वैक्सीन विकसित कर ली है, जिसे 12 साल की आयु से ज्यादा के सभी लोगों को लगाया जा सकता है. एक और एमआरएनए टीका विकास के अंतिम चरण में है.”

निवेश का अवसरः “मैं दुनिया भर के वैक्सीन निमार्ताओं को भी निमंत्रण देता हूं. आओ, भारत में वैक्सीन बनाएं.”

आतंकवाद से निपटने पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा, “हमें इस बात के लिए भी सतर्क रहना होगा कि वहां की नाजुक स्थितियों का कोई देश, अपने स्वार्थ के लिए, एक टूल की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश ना करे. इस समय अफगानिस्तान की जनता को, वहां की महिलाओं और बच्चों को, वहां के अल्पसंख्यकों को मदद की जरूरत है और इसमें हमें उन्हें सहायता प्रदान करके अपना दायित्व निभाना ही होगा.”