राकेश चौरासिया / नई दिल्ली-सियोल
कोरोना वायरस के संदेहों और जांच में आनाकानी के कारण पूरी विश्व बिरादरी में चीन की साख गिरी. चीन की विस्तारवादी नीति, सीमा विवाद, कर्ज उपनिवेशवाद आदि प्रतिकूलगामी नीतियों के कारण दर्जनों छोटे-बड़े देश चीन से त्रस्त हैं. यही कारण कि चीन को अब सख्त नीतियों का सामना करना पड़ रहा है. ताजा खबर है कि दक्षिण कोरिया ने चीन की मछली उद्योग से संबंधित एक नाव को जब्त कर लिया है.
चीन की नावें और जहाज अंतराष्ट्रीय समुद्री नियमों की सरेआम अवहेलना कर रहे हैं. इसलिए चीन को विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने रविवार को कहा कि दक्षिण कोरिया के तटरक्षक बल ने देश के विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) में बिना परमिट के मछली पकड़ने के लिए एक चीनी नाव को जेजू के दक्षिणी रिसॉर्ट द्वीप से जब्त किया है.
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को बिना किसी अनुमति के 11 चालक दल के सदस्यों को ले जाने वाले 272 टन के जहाज पर दोपहर 12 बजे द्वीप पर सेगविपो शहर से 116 किमी दक्षिण में पानी में मछली पकड़ने की गतिविधियों का संचालन करने का संदेह है.
उन पर यह भी आरोप लगाया गया है कि तटरक्षक बल द्वारा बार-बार मना करने के आह्वान के बावजूद जहाज ने भागने का प्रयास किया.
अधिकारियों ने कहा कि कोविड परीक्षण के बाद तटरक्षक बल ने जहाज के कप्तान और अन्य शिपयार्ड की जांच करने की योजना बनाई है.
(एजेंसी इनपुट सहित)