इस्लामाबाद. सऊदी की एक अदालत ने गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनके प्रतिनिधिमंडल के खिलाफ नारे लगाकर पवित्र स्थान मस्जिद-ए-नबावी को अपवित्र करने के आरोप में छह पाकिस्तानियों को दोषी ठहराया. कथित तौर पर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) से संबंधित कुछ प्रदर्शनकारियों ने सऊदी अरब में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के प्रतिनिधिमंडल के खिलाफ नारे लगाकर मस्जिद-ए-नबवी की पवित्रता का उल्लंघन किया.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वायरल वीडियो प्रसारित हो रहा था, जिसमें सैकड़ों तीर्थयात्रियों को ‘चोर, चोर, चोर’ के नारे लगाते हुए दिखाया गया था. फिर प्रतिनिधिमंडल को मस्जिद-ए-नबवी में अपना रास्ता बनाते हुए देखा गया था.
पाकिस्तानी स्थानीय मीडिया आउटलेट द न्यूज इंटरनेशनल ने बताया कि सऊदी अदालत ने छह पाकिस्तानियों को दोषी ठहराया, जिनमें से तीन पाकिस्तानियों को 10-10 साल की जेल की सजा सुनाई गई और तीन पाकिस्तानियों को 8 साल की जेल की सजा सुनाई गई.
सऊदी कोर्ट के अनुसार, सभी छह को हरम-ए-मदीना में ईशनिंदा का दोषी पाया गया था. अनस, इरशाद और मुहम्मद सलीम को 10 साल की सजा सुनाई गई, जबकि ख्वाजा लुकमान, मुहम्मद अफजल और गुलाम मुहम्मद को 8 साल की सजा सुनाई गई.
एक वीडियो में, सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब और नेशनल असेंबली के सदस्य शाहजैन बुगती को अन्य लोगों के साथ देखा गया था. पाकिस्तानी अखबार के मुताबिक औरंगजेब ने परोक्ष रूप से अपदस्थ इमरान खान को विरोध के लिए जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस पवित्र भूमि पर उस व्यक्ति का नाम नहीं लूंगी, क्योंकि मैं इस भूमि का उपयोग राजनीति के लिए नहीं करना चाहती. लेकिन उन्होंने पाकिस्तानी, समाज को नष्ट कर दिया है.’’
यह घटनाक्रम पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सऊदी अरब की पहली तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा के दौरान हुआ था. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सऊदी दौरे पर उनके साथ दर्जनों अधिकारी और राजनीतिक नेता गए थे.
इसके अलावा, मदीना अदालत ने छह लोगों पर 200,000 रियाल का जुर्माना लगाया और उनके मोबाइल फोन को जब्त कर लिया, क्योंकि उन्हें सूचना और प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब और अन्य मंत्रियों को गाली देने का दोषी पाया गया था. मदीना पुलिस के प्रवक्ता की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘‘इन पाकिस्तानियों की गिरफ्तारी के साथ कानूनी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और मामले को संबंधित अधिकारियों के पास भेज दिया गया है.’’