आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
यूरोपीय देशों जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस के अपने तीन दिवसीय दौरे के समापन के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को नई दिल्ली पहुंचे.सरकारी सूत्रों के अनुसार, वह तुरंत कार्यालय पहुंचेगे. दिन में सात-आठ बैठक करेंगे और मानसून की तैयारियों के लिए एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे.
अपने तीन देशों के यूरोपीय दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री ने नवनिर्वाचित फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन के साथ बातचीत की, जिसमें रक्षा, अंतरिक्ष, असैन्य परमाणु सहयोग जैसे कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की गई.
प्रधानमंत्री ने अपने प्रस्थान से पहले ट्वीट किया, ‘‘फ्रांस की मेरी यात्रा संक्षिप्त लेकिन बहुत उपयोगी थी. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और मुझे विभिन्न विषयों पर चर्चा करने का अवसर मिला. मैं गर्मजोशी से भरे आतिथ्य के लिए उन्हें और फ्रांसीसी सरकार को धन्यवाद देता हूं.‘‘
पीएम मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस के नेतृत्व के साथ कई उच्च स्तरीय बैठक कीं.साथ ही तीनों देशों में भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत भी की.
अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने जर्मनी और डेनमार्क के व्यापारिक नेताओं के साथ भी बातचीत की.पीएम मोदी सोमवार को बर्लिन पहुंचे, जहां उन्होंने छठे भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श में भाग लेने से पहले जर्मन चांसलर ओलाफ स्कूल्ज के साथ द्विपक्षीय चर्चा की.
प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतर-सरकारी परामर्श उत्पादक थे.भारत और जर्मनी के बीच कुल नौ समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए, जिसमें ग्रीन एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट पार्टनरशिप पर एक संयुक्त घोषणापत्र शामिल है, जिसके तहत जर्मनी 2030तक भारत को 10बिलियन यूरो की नई और अतिरिक्त विकास सहायता की अग्रिम प्रतिबद्धता बनाने पर सहमत हुआ.
अपनी यात्रा के दूसरे दिन, भारतीय प्रधानमंत्री कोपेनहेगन पहुंचे. उन्होंने अपने डेनिश समकक्ष मेटे फ्रेडेरिकसेन के साथ बातचीत की. दोनों देशों के बीच व्यापार और पर्यावरण कार्रवाई पर सहयोग सहित द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की.
दोनों देशों के बीच औपचारिक रूप से कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए, जिनमें प्रवासन और गतिशीलता पर आशय की घोषणा (डीओआई), कौशल विकास, व्यावसायिक शिक्षा और उद्यमिता के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन (एमओयू) और ऊर्जा का शुभारंभ शामिल है. दोनों देशों के बीच मंत्री स्तर पर नीतिगत संवाद भी हुए.
अपनी यात्रा के तीसरे दिन, पीएम मोदी ने नॉर्वे, स्वीडन, आइसलैंड, फिनलैंड और डेनमार्क के प्रधानमंत्रियों के साथ दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लिया.
इस दौरान, प्रधानमंत्रियों ने नॉर्डिक देशों और भारत के बीच सहयोग बनाए रखने का संकल्प लिया और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर अपनी चर्चा को केंद्रित किया.