पेशावर. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार की कहानी लंबी होती जा रही है. मंदिरों पर हमले और जबरन धर्म परिवर्तन सुर्खियों में हैं. अब पेशावर से एक बुरी खबर आई है. पेशावर के चारसड्डा रोड पर अज्ञात बंदूकधारियों ने मशहूर सिख हकीम सरदार सतनाम सिंह की उनकी दुकान में गोली मारकर हत्या कर दी. मौके से चार गोलियों के खोखे बरामद किए गए.
पुलिस के अनुसार, घटना आज दोपहर (गुरुवार) की है, लेकिन हत्या के मकसद का अभी पता नहीं चल पाया है और पुलिस कानूनी कार्रवाई कर रही है. पुलिस के अुनसार, “सभी सबूत डिजिटल फोरेंसिक और शव परीक्षण के लिए भेजे गए हैं और सभी कार्यवाही के बाद, हत्या के मकसद का पता लगाया जाएगा.”
सरदार सतनाम सिंह चारसड्डा रोड पर धर्मेंद्र फार्मेसी नाम से एक दुकान चलाते थे और पेशावर के सिख समुदाय में एक प्रसिद्ध व्यक्ति थे.
पेशावर में लगभग 15,000सिखों की आबादी है, जो ज्यादातर पेशावर के जोगन शाह पड़ोस में रहते हैं. सिखों ने कभी नहीं कहा कि पंजाब के बीच की रेखा खींची जानी चाहिए.
उनमें से कुछ खैबर के आदिवासी जिले से चले गए और पेशावर में बस गए. पेशावर में सिख समुदाय के अधिकांश सदस्य व्यवसाय में शामिल हैं और कुछ पेशावर के विभिन्न हिस्सों में फार्मेसियां भी चलाते हैं. इससे पहले भी पेशावर में सिख समुदाय के लोग इस तरह के हमलों का निशाना बन चुके हैं.
2018 में, पेशावर के स्कीम चौक में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा सिख समुदाय के एक प्रमुख व्यक्ति चरणजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी. इसी तरह 2020 में एक न्यूज चैनल के एंकर रविंदर सिंह के भाई की पेशावर में हत्या कर दी गई थी. इसी तरह, पीटीआई नेशनल असेंबली के सदस्य सोरेन सिंह भी 2016 में मारे गए थे, लेकिन पुलिस जांच में पता चला कि उन्हें राजनीतिक बदला लेने के लिए निशाना बनाया गया था.