इस्लामाबाद. एक बड़ी कूटनीतिक शर्मिंदगी उठाने के बाद, पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) मोईद यूसुफ ने मंगलवार को होने वाली अपनी अफगानिस्तान की यात्रा रद्द कर दी है, क्योंकि काबुल हवाई अड्डे पर पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन के लिए बड़ी संख्या में अफगानों के आने की उम्मीद थी.
पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, देश में चल रहे मानवीय संकट के बीच एनएसए मोईद यूसुफ इस सप्ताह काबुल का दौरा करने वाले थे. इसके खिलाफ हवाई अड्डे पर आज सैकड़ों अफगानियों को पाकिस्तान के खिलाफ मार्च करते देखा गया. उनके पास बैनर भी थे, जिनमें पाकिस्तान विरोधी नारे लिखे हुए थे.
बड़े पैमाने पर पाकिस्तान विरोधी भावनाओं को भांपते हुए, मोईद यूसुफ ने अपनी निर्धारित यात्रा के खिलाफ एक निर्णय लिया, जिसकी योजना डूरंड रेखा पर देश की सेना और तालिबान के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में बनाई गई थी.
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने बताया कि तालिबान के पिछले साल अगस्त में अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद से यह पाकिस्तान की दूसरी उच्च स्तरीय यात्रा होती.
पाकिस्तानी दैनिक के अनुसार, पाक एनएसए के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय पाक प्रतिनिधिमंडल देश के प्रधानमंत्री इमरान खान के निर्देश पर आज काबुल की दो दिवसीय यात्रा पर जाता.
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रतिनिधिमंडल को जमीनी स्थिति का आकलन करने का काम सौंपा गया था.
यह यात्रा ऐसे समय में हुई है जब दोनों देशों के बीच कई विवादास्पद मुद्दे सामने आए हैं, जिसमें सीमा पर बाड़ लगाने का मुद्दा भी शामिल है, जिसके कारण डूरंड रेखा पर झड़पें हुईं.