पाकिस्तानः बकरीद पर कुर्बानी देने के आरोप में तीन अहमदिया मुस्लिम गिरफ्तार

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 11-07-2022
पाकिस्तानः बकरीद पर कुर्बानी देने के आरोप में तीन अहमदिया मुस्लिम गिरफ्तार
पाकिस्तानः बकरीद पर कुर्बानी देने के आरोप में तीन अहमदिया मुस्लिम गिरफ्तार

 

फैसलाबाद. पाकिस्तान में एक बार फिर अहमदिया संप्रदाय के खिलाफ अत्याचार की नई खबरें सामने आई हैं. अहमदिया संप्रदाय के लोगों को ईद-उल-अजहा पर काफी कुर्बानी देनी भारी पड़ती है, क्योंकि अहमदिया संप्रदाय को गैर-मुस्लिम घोषित कर दिया है. कुर्बानी देने पर पुलिस ने तीन अहमदिया मुस्लिमों को गिरफ्तार कर लिया है.

विभिन्न अत्याचारों के अलावा, अहमदिया समुदाय पर एक बड़े त्योहार पर इस तरह की कार्रवाई का होना इस बात का प्रमाण है कि पाकिस्तान में अहमदिया संप्रदाय के लोग हर स्तर पर असुरक्षित हैं.

ताजा घटना रविवार को हुई, जब फैसलाबाद के बाहरी इलाके चक 89 जेबी गांव में दो घरों में कुर्बानी दी जा रही थी, जिसके बाद यह मामला उछल गया.

फैसलाबाद पुलिस के प्रवक्ता मुनीब गिलानी ने द इंडिपेंडेंट उर्दू को बताया कि चूंकि अहमदियों को पाकिस्तान के 1973 के संविधान के तहत ‘गैर-मुस्लिम’ घोषित किया गया है. इसलिए वे कुर्बानी नहीं कर सकते. जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान के प्रवक्ता और अन्य लोगों को सोशल मीडिया पर इस कदम की कड़ी निंदा करते देखा गया है.

पुलिस के एक प्रवक्ता के मुताबिक, कुछ दिन पहले अहमदियों को गृह विभाग ने एक नोटिस भी जारी किया था कि वे कुर्बानी नहीं देंगे. साथ ही एक-दो दिन पहले खुद पुलिस ने उन्हें चेतावनी दी थी. पुलिस के अनुसार, ‘‘सुबह मामले की जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें रोका, लेकिन कुछ देर बाद दोनों घरों में फिर से वही कार्रवाई शुरू की, जिसके बाद इलाके के लोग आक्रोशित हो उठे और घर के बाहर जमा हो गए.’’

हैरानी की बात यह है कि अदालत ने अहमद गुट को हर त्योहार पर अपने अनुष्ठान करने की अनुमति दी है. अंजुमन अहमदिया पाकिस्तान के अमीर महमूद ने कहा, ‘‘यह तय किया गया था कि अहमदी अपनी दीवारों के भीतर अपने धार्मिक संस्कार कर सकते हैं. आज जो हुआ, वह भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का उल्लंघन है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह मामला मूल रूप से अहमदियों को कुर्बानी देने से रोकने के लिए लंबे समय से चल रहे अभियान के पीछे एक मकसद है. इस संबंध में, जमात अहमदिया के विरोधी सरकारी प्रशासन से अहमदियों को बलिदान करने से रोकने की अपील कर रहे हैं. इस साल भी ऐसा ही हुआ है. और फिर पाकिस्तान में, खासकर पंजाब के अलग-अलग जिलों में, पुलिस ने अहमदियों पर बलि न देने का दबाव बनाया है.’’

उन्होंने कहा कि हम अपने समुदाय को दीवारों के भीतर धार्मिक संस्कार करने का निर्देश देना जारी रखते हैं.

अमीर महमूद ने कहा कि इस मामले में वादी के मुताबिक वह छत पर चढ़ गया और उसने देखा कि अहमदी अपने घर के अंदर कुर्बानी दे रहा है. यह बुनियादी मानवाधिकारों और अहमदियों की धार्मिक स्वतंत्रता का स्पष्ट उल्लंघन है.