पाकिस्तान: उत्तरी वजीरिस्तान में सैन्य चौकी पर आतंकवादियों का हमला, सैनिक की मौत

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 1 Years ago
पाकिस्तान: उत्तरी वजीरिस्तान में सैन्य चौकी पर आतंकवादियों का हमला, सैनिक की मौत
पाकिस्तान: उत्तरी वजीरिस्तान में सैन्य चौकी पर आतंकवादियों का हमला, सैनिक की मौत

 

आवाज द वाॅयस /उत्तरी वजीरिस्तान ( पाकिस्तान )

उत्तर पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान में आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों के ठिकाने पर हमला कर दिया. इस दौरान पाकिस्तानी सेना का एक जवान मारा गया.इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) की मीडिया विंग ने एक बयान में कहा,‘‘1जून की रात आतंकवादियों ने उत्तरी वजीरिस्तान जिले के सामान्य इलाके दत्ता खेल में एक सैन्य चौकी पर हमला किया .‘‘ इस बीच देर तक दोनों तरफ से फायरिंग हुई, जिसमें 28वर्षी सैनिक की जान चली गई. बयान में कहा गया है कि इलाके में आतंकवादियों की तलाश जारी है.

28 वर्षीय हामिद अली पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सरगोधा शहर का रहने वाला था.इसी तरह की एक घटना में, 23 मई को उत्तरी वजीरिस्तान में एक चेक पोस्ट पर हुई. इस दौरान आतंकवादियों ने दो पाकिस्तानी सैनिक को मार गिरा दिया.

सेना पर भारी पड़ रहे आतंकवादी

पाकिस्तान में आतंकवादी सेना पर लगातार भारी पड़ रहे हैं. उनकी ओर से पाक सेना पर लगातार हमले हो रहे हैं. आईएसपीआर के बयान में कहा गया, ‘‘23मई को आतंकवादियों ने उत्तरी वजीरिस्तान जिले के मीर अली के सामान्य इलाके में एक सैन्य चौकी पर हमला किया. सैनिकों ने त्वरित प्रतिक्रिया की.‘‘ गोलीबारी के दौरान सिपाही जहूर खान (20) और सिपाही रहीम गुल (23) की मौत हो गई.

-इससे पहले 15अप्रैल को उत्तरी वजीरिस्तान में अफगानिस्तान सीमा के पास एक सैन्य काफिले पर आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर पाकिस्तानी सेना के सात जवान को मार गिराया था.

- 14अप्रैल को कबायली जिले के ईशाम इलाके में आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों के एक वाहन पर घात हमला किया. सैनिकों ने हमलावरों को प्रभावी ढंग से उलझाकर तुरंत जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए.

-स्थानीय मीडिया के अनुसार, हाल में पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में खासकर उत्तरी वजीरिस्तान में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ी हैं.

एक रिपोर्ट के अनुसार,आतंकवादी हमलों की संख्या में वृद्धि से कई पाकिस्तानी सैनिकों की जान चली गई. बताया गया कि इन आतंकवादियों के अफगानिस्तान में ठिकाने हैं. वे अफगानिस्तान से पाकिस्तान में प्रवेश करते हैं. हमले करते हैं फिर अफगानिस्तान में अपने ठिकानों में छिप जाते हैं.

बताते हैं कि प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) और इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) जैसे आतंकवादी संगठन भी अफगान ठिकानों से काम कर रहे हैं. पाकिस्तान वर्नाक्युलर मीडिया के अनुसार, इससे पहले, इस साल के पहले तीन महीनों में इस तरह के आतंकवादी हमलों में सेना के कुल 105 जवानों की जान चली गई थी, जिसमें 97 सैनिक और सेना के अधिकारी शामिल हैं.