पाकिस्तान का मुस्लिम देशों के साथ व्यापार बढ़ाने पर जोर

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 06-10-2022
पाकिस्तान का मुस्लिम देशों के साथ व्यापार बढ़ाने पर जोर
पाकिस्तान का मुस्लिम देशों के साथ व्यापार बढ़ाने पर जोर

 

कराची. फेडरेशन ऑफ पाकिस्तान चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष इरफान इकबाल शेख ने कहा कि इस तथ्य के आलोक में कि इस्लामिक चौंबर सामूहिक रूप से सात ट्रिलियन डालर के सकल घरेलू उत्पाद का प्रतिनिधित्व करता है, पाकिस्तान को मुस्लिम देशों के साथ व्यापार बढ़ाने के अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और इसे दोगुना करना चाहिए.

फेडरेशन के महासचिव, यूसुफ हसन खलावी ने उन्होंने एफपीसीसीआई मंच के माध्यम से पाकिस्तान के साथ व्यापार संवर्धन गतिविधियों को बढ़ाने और व्यापक बनाने के रास्ते पर चर्चा की, जो व्यापार संवर्धन के लिए शीर्ष निकाय है, जो लगभग 250 कक्षों, व्यापार निकायों और संघों का प्रतिनिधित्व करता है.

आरिफ हबीब कमोडिटीज के सीईओ अहसान मेहंती ने कहा, ‘‘आईसीसीआईए एक व्यापार संवर्धन मंच है जिसका उपयोग कर मुक्त व्यापार, वस्तु विनिमय व्यापार या आम मुद्राओं में व्यापार के लिए किया जा सकता है.’’ उन्होंने प्रस्तावित किया, ‘‘सरकार आयात बिल को कम करने और रुपये को स्थिर करने के लिए समझौता ज्ञापनों पर भी हस्ताक्षर कर सकती है. इसी तरह, निजी क्षेत्र आईसीसीआईए के सदस्य राज्यों के साथ निर्यात और आयात के लिए जुड़ सकता है और रियायतें प्राप्त कर सकता है.”

एफपीसीसीआई के अध्यक्ष ने समझाया कि इन देशों में पाकिस्तानी वस्त्रों, चमड़े के सामान, चावल, फलों और सब्जियों और आईटी सेवाओं की भारी मांग है. पाकिस्तान को हमारे व्यापार घाटे को प्रति माह 4 अरब डॉलर तक पाटने के लिए इन अवसरों का लाभ उठाना चाहिए, जो अब टिकाऊ नहीं है. हमें इस्लामिक देशों से प्रेषण में तेजी से वृद्धि करने, विदेशी मुद्रा भंडार बनाने और सबसे बढ़कर, चालू खाता घाटे को कम करने की आवश्यकता है - जो कि वित्त वर्ष 22 में 17.4 बिलियन डॉलर था.