आवाज द वाॅयस /इस्लामाबाद
इस्लामाबाद पुलिस ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ इस्लामाबाद में उनके आजादी मार्च के दौरान हुए दंगों के संबंध में मामला दर्ज किया है.पीटीआई प्रमुख के अलावा, शहर में कानून-व्यवस्था का उल्लंघन करने के लिए असद उमर, इमरान इस्माइल, राजा खुर्रम नवाज, अली अमीन गंडापुर और अली नवाज अवान सहित कई अन्य पीटीआई नेताओं के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं.
पुलिस ने कोहसर थाने में दंगा और आगजनी के दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं. पहली प्राथमिकी आसिफ रजा नाम के एक सब-इंस्पेक्टर (एसआई) की शिकायत पर दर्ज की गई है, जबकि दूसरी एफआईआर एसआई गुलाम सरवर की ओर से दर्ज की गई है.
पुलिस ने 150लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं, जिनमें से 39को इस्लामाबाद के जिन्ना एवेन्यू में मेट्रो स्टेशनों को जलाने, एक्सप्रेस चैक पर सरकारी वाहन को नुकसान पहुंचाने और पाकिस्तानी मीडिया, जियो न्यूज और जंग कार्यालय के शीशे तोड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
शहर बुधवार को एक युद्ध के मैदान में बदल गया था. इमरान खान और उनके काफिले के शहर में प्रवेश करने के बाद पुलिस और पीटीआई मार्च के बीच कई हाथापाई हुई.इमरान खान ने चेताया कि उनके समर्थक तब तक डी-चौक खाली नहीं करेंगे, जब तक कि शहबाज शरीफ सरकार द्वारा नए सिरे से चुनाव की तारीख की घोषणा नहीं करती.
संघीय राजधानी में कानून और व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए, पाकिस्तान सरकार ने पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय, संसद भवन, प्रेसीडेंसी, प्रधानमंत्री कार्यालय और अन्य महत्वपूर्ण सरकारी भवनों की सुरक्षा के लिए रेड जोन में पाकिस्तानी सेना के सैनिकों को तैनात किया. जियो टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 245के तहत यह फैसला लिया गया है.
पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान, जिन्हें अविश्वास मत से सत्ता से हटा दिया गया है, ने 25 मई को वर्तमान सरकार के खिलाफ एक लंबा विरोध मार्च निकाला, जिसमें नेशनल असेंबली को भंग करने और अगला आम चुनाव कराने की मांग की गई और लोगों को बड़े पैमाने पर शामिल होने के लिए आमंत्रित किया.