पाकिस्तानः लाहौर केे दो हिस्से करने की तैयारी शुरू

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 02-07-2021
पाकिस्तानः लाहौर केे दो हिस्से करने की तैयारी शुरू
पाकिस्तानः लाहौर केे दो हिस्से करने की तैयारी शुरू

 

राय शाहनवाज  / लाहौर

इस पत्रकार के पास कुछ ऐसे दस्तावेज हैं जिसमें लाहौर को दो हिस्सों में बांटने की अंतिम सिफारिशें की गई हैं और जिसे पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बजदार ने लागू करने की घोषणा की है.इस सिलसिले में एक बैठक में पेश की गई नई रूपरेखा के अनुसार, ‘‘लाहौर को दो भागों में विभाजित किया जाएगा. एक भाग लाहौर सिटी जिला और दूसरा लाहौर जिला सदर कहा जाएगा.
लाहौर शहर में पुराने लाहौर सहित क्षेत्र शामिल हैं, जिसकी कल्पना नए लाहौर में की गई होगी जब लाहौर की आबादी का विस्तार होना शुरू हुआ. जैसे मॉडल टाउन, शाहदरा और थोकर नियाज बेग. वर्तमान सरकार द्वारा रावी के तट पर बनने वाले शहर को भी इसी सेक्शन में रखा गया है, जबकि लाहौर सदर में केंट, शालीमार, फिरोजवाला, कोट अब्दुल मलिक और हरबंसपुरा के इलाके शामिल होंगे.
 
2017 की जनगणना के अनुसार, ‘‘लाहौर की आबादी 12.2 मिलियन है, जिसमें एक उपायुक्त और पांच सहायक आयुक्त हैं.‘‘लाहौर के वर्तमान प्रशासनिक अधिकारी इस विभाजन के बारे में क्या सोचते हैं? इस संबंध में एक सहायक आयुक्त ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ‘‘लाहौर की आबादी की मौजूदा स्थिति अब शहर के प्रबंधन की बात नहीं है.‘‘
 
30 लाख लोगों के लिए एक सहायक आयुक्त है. आप इसमें जो कुछ भी डालते हैं, वह अमर अय्यर की टोकरी बन गई है.‘ उनके अनुसार, जितनी जल्दी लाहौर को प्रशासनिक रूप से विभाजित किया जाएगा, उतनी ही जल्दी लोगों की परेशानी कम हो जाएगी. पिछली सरकार में कराची की शैली में शहर को चार भागों में बांटने का काम किया जाता था, लेकिन राजनीतिक स्वार्थ आड़े आ जाते थे.
 
यदि लाहौर में प्रशासनिक स्थिति इतनी विकट है तो इसमें पीएमएल-एन को क्या आपत्ति है ? पीएमएल-एन पंजाब के प्रवक्ता आजमी बुखारी ने कहा, ‘हमारी आपत्ति उनकी अक्षमता पर है. पहले वे पंजाब को बांटने गए थे, अब लाहौर की बारी है. सभी ने देखा कि वहां उनके साथ क्या हुआ था.
 
लाहौर में 85 फीसदी वोट पीएमएल-एन के हैं, वे हमसे सलाह किए बिना ही ऐसे फैसले ले रहे हैं, जिसके बोझ तले वे दब जाएंगे. लाहौर का कूड़ा-करकट वे नहीं संभालते और उन्हें क्या करना है?
ज्ञात हो कि लाहौर के विभाजन के संबंध में बैठक में केवल पीटीआई के राजनीतिक नेतृत्व से परामर्श किया गया था जिसमें सीनेटर एजाज चैधरी के नाम का भी उल्लेख है. बैठक में किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ किसी भी परामर्श का उल्लेख नहीं किया गया.