इस्लामाबाद. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने गुरुवार को पाकिस्तानी सशस्त्र बलों के पूर्व जनरलों पर हमला किया और कहा कि वे ‘अपनी संस्था के प्रति वफादार नहीं थे’.
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) के बाहर मीडिया से बात करते हुए, उन्होंने सशस्त्र बलों के उन दिग्गजों से मुलाकात की, जिन्होंने विधानसभाओं को बर्खास्त करने का आह्वान किया था और उन्हें चुनौती दी कि अगर वे राजनीति में रुचि रखते हैं, तो वे अपने पदक लौटा दें. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार अपना कार्यकाल पूरा करने की कोशिश कर रही है और मीडिया को उसकी आलोचना करनी चाहिए जिसने ‘चीजों को बदतर बनाया’.
पीएमएल-एन के उपाध्यक्ष ने कहा कि ‘बदमाशी’ से सरकार को नहीं गिराया जा सकता. उन्होंने आगे कहा कि संस्थानों को राजनीति में घसीटना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को देश की परवाह है और देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं.’’
देश भर में लोगों को अत्यधिक बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है, मरियम ने कहा कि जब उनकी पार्टी ने 2013 में सरकार बनाई थी, तब देश में 23 घंटे बिजली कटौती हुई थी. उन्होंने कहा, ‘‘अगर (मरियम के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री) नवाज शरीफ और शहबाज नहीं होते, तो बिजली कटौती खत्म नहीं होती.’’
इमरान खान की सरकार के कार्यकाल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘किसी ने बिजली कटौती को खत्म करने की कोशिश नहीं की, किसी ने बिजली संयंत्र नहीं लगाए.’’ उन्होंने कहा कि हर गुजरते दिन के साथ बिजली की मांग बढ़ रही थी और इमरान खान ने नवाज द्वारा स्थापित बिजली संयंत्रों को बंद कर दिया था.
मरियम ने आरोप लगाया कि इमरान की ‘अक्षमता’ के कारण कारखाने बंद किए जा रहे हैं. मरियम ने कहा, जल्द ही सिस्टम में 5,000 मेगावाट जोड़ा जाएगा. ‘‘हम रो नहीं रहे हैं, लेकिन योजना बना रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि खान देश को आईसीयू में ले गया और उसे अंधेरे में डाल दिया. उन्होंने कहा कि पीएमएल-एन पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा बिछाई गई बारूदी सुरंगों को साफ करेगी.
गठबंधन सरकार के आर्थिक फैसलों पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ ही लोगों को 28 अरब रुपये का राहत पैकेज भी दिया गया है. उन्होंने कहा कि गेहूं का आटा सस्ता किया गया और लोगों की सुविधा के लिए हज को कम खर्चीला बनाया गया. पीएमएल-एन के उपाध्यक्ष ने कहा कि अगर उनकी पार्टी लोगों को राहत नहीं दे पाई तो कोई नहीं दे सकता.