पाकिस्तानः सर्दियों में गैस की भारी किल्लत, अवाम परेशान

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 26-12-2021
पाकिस्तानः सर्दियों में गैस की भारी किल्लत, अवाम परेशान
पाकिस्तानः सर्दियों में गैस की भारी किल्लत, अवाम परेशान

 

आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली / इस्लामाबाद
 
पड़ोसी पाकिस्तान में मुसीबत ही मुसीबत है. महंगाई और बिगड़ी कानून व्यवस्था की मार झेलने वाली पाकिस्तानी अवाम अब सर्दियों की इस घड़ी में गैस की भारी किल्लत झेल रही है.
 
पाकिस्तान में विपक्षी दलों और ऊर्जा विशेषज्ञों ने मौजूदा स्थिति पर चिंता व्यक्त की है. ठंड के मौसम की शुरुआत के साथ, देश का गैस संकट तेज हो गया है.
 
सरकार के मंत्री और सलाहकार महीनों से कह रहे हैं कि आयातित एलएनजी को गैस संकट पैदा नहीं करने दिया जाएगा.इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन में, संघीय ऊर्जा मंत्री हमद अजहर ने स्वीकार किया कि देश में घरेलू उपभोक्ता गैस की कमी का सामना कर रहे हैं.
 
उन्होंने कहा कि कैबिनेट के निर्णय के तहत सर्दियों में अन्य क्षेत्रों से गैस की आपूर्ति घरेलू उपभोक्ताओं को की जाएगी. हम इस साल ऐसा करने में सक्षम नहीं हैं, क्योंकि सिंध उच्च न्यायालय ने औद्योगिक क्षेत्र को गैस की आपूर्ति पर रोक लगा दी है.‘‘
 
ऊर्जा के संघीय मंत्री ने प्राकृतिक गैस भंडार में कमी के लिए गैस संकट को जिम्मेदार ठहराया.उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान में हर सर्दियों में, गैस की कमी होती है, क्योंकि प्राकृतिक गैस के भंडार में सालाना नौ प्रतिशत की गिरावट आ रही है जबकि मांग बढ़ रही है.‘‘
 
मौजूदा गैस संकट के कारण और समस्या को कैसे हल किया जा सकता है, यह जानने के लिए, ऊर्जा विशेषज्ञों और वरिष्ठ पत्रकारों से यह सवाल उठाया गया.
अंग्रेजी दैनिक डॉन के खलीक कयानी ने गैस संकट के कारणों में से एक के रूप में सरकारों द्वारा नए घरेलू कनेक्शन का हवाला दिया.
 
उन्होंने कहा, ‘‘इसका कारण असीमित कनेक्शन है जो हर सरकार ने दिया है.‘‘ नतीजतन, सालाना 250 मिलियन क्यूबिक फीट नई गैस की मांग पैदा हो रही है.
गैस विशेषज्ञ और आरिफ हबीब लिमिटेड के शोध प्रमुख ताहिर अब्बास ने बताया कि प्राकृतिक गैस के भंडार में कमी मौजूदा संकट का एक प्रमुख कारण है.
 
उन्होंने कहा, ‘‘देश के भंडार घट रहे हैं और पिछले 15 वर्षों में कोई नया तेल और गैस भंडार नहीं खोजा गया है.‘‘उन्होंने कहा कि घरेलू उत्पादन 4,200 अरब क्यूबिक फीट था जो घटकर 3,300 रह गया है. ‘‘जैसे-जैसे मांग बढ़ती है, वैसे-वैसे कमी भी होती है.‘‘
 
खालिक कयानी ने कहा कि देश के प्राकृतिक गैस भंडार में कमी सही है. यदि इस कमी को नई वार्षिक मांग के साथ जोड़ दिया जाए तो यह कमी 400 मिलियन क्यूबिक फीट प्रतिदिन हो जाती है.
 
उन्होंने ऊर्जा मंत्री की स्थिति को सही ठहराया कि सिंध और विशेष रूप से कराची में गैस की कमी का कारण वहां के उद्योगों को प्राकृतिक गैस की निर्बाध आपूर्ति थी जो अदालत ने आदेश दिया था.
 
इस मुद्दे को सुई सदर्न गैस कंपनी के अधिकारियों ने कुछ महीने पहले सीनेट की स्थायी समिति में उठाया था और अदालत के प्रतिबंध के आदेश से घरेलू उपभोक्ताओं के लिए गैस संकट पैदा हो जाएगा.
 
ताहिर अब्बास ने कहा कि पाकिस्तान को गैस दो तरह से आयात की जाती है. एलएनजी एक लॉन्ग टर्म और दूसरा स्पॉट कार्गो के जरिए खरीदा जाता है.
उनके अनुसार, पाकिस्तान कुल 1200 मिलियन क्यूबिक मीटर एलएनजी का आयात करता है, जिसमें से 800 एमएमसी लंबी अवधि के लिए कतर से खरीदता है जबकि 400 एमएमसी स्पॉट कार्गो खरीदता है.
 
खालिक कयानी ने कहा कि उद्योग जगत से करार के तहत उद्योगों को नौ महीने के लिए गैस मिलेगी.उन्होंने कहा कि गैस संकट का एक कारण एलएनजी कार्गो आयात में गिरावट है.
 
उन्होेंने कहा, ‘‘पिछले साल दिसंबर तक, 11 एलएनजी कार्गो पाकिस्तान पहुंचे थे, जबकि इस साल अब तक 8 कार्गो आ चुके हैं.‘‘हालांकि, ताहिर अब्बास के मुताबिक, मौजूदा गैस संकट स्पॉट कार्गो खरीदने को लेकर नहीं है. मौजूदा संकट में इसकी कोई भूमिका नहीं है.‘‘
 
गैस संकट को कैसे दूर किया जा सकता है?
 
इस सवाल के जवाब में खेलीक कयानी ने कहा कि घरेलू उपभोक्ताओं को अधिक प्राकृतिक गैस कनेक्शन देने की प्रक्रिया को रोक दिया जाना चाहिए क्योंकि इसे देश की आबादी का 25 फीसदी बड़े शहरों में ही मिल रहा है.
 
शहरों का विस्तार हो रहा है, जबकि दूरदराज और ग्रामीण इलाकों में उपभोक्ता एलपीजी, लकड़ी, कोयला और मिट्टी के तेल सहित ईंधन के अन्य स्रोतों पर निर्भर हैं, जो प्राकृतिक गैस की तुलना में आठ गुना अधिक महंगे हैं.
 
उन्होंने कहा कि बिजली संयंत्र प्राकृतिक गैस से चलाए जाएं और हर नागरिक के घर बिजली पहुंचाई जाए. यदि सर्दियों में बिजली का अधिशेष है, तो इसका उपयोग किया जाना चाहिए.
 
ताहिर अब्बास का कहना है कि भविष्य में गैस संकट से बचने के लिए नए भंडार की खोज पर ध्यान देना जरूरी है. तेल और गैस की खोज के लिए नए ब्लॉक दिए जाने चाहिए.
 
नए एलएनजी टर्मिनल बनाएं. लंबी अवधि के सौदे करें और गैस पाइपलाइन नेटवर्क का विस्तार करें.ताहिर अब्बास के मुताबिक, ‘‘वैश्विक बाजार में हालिया उछाल असाधारण है. स्थिति बेहतर होगी और कीमतें कम होंगी इसलिए लंबी अवधि के सौदों से फायदा होगा.
 
खालिक कयानी ने कहा कि यह राजनीतिक फैसलों पर निर्भर करता है. राजनीति में हमद अजहर दबाव में आ गए और न तो प्रधानमंत्री और न ही उनके कैबिनेट मित्र इस मुद्दे को सुलझाने में उनका साथ दे रहे हैं.