नई दिल्ली. पाकिस्तान एक प्रमुख किसान संगठन, किसान इत्तेहाद ने यूरिया सहित कृषि उत्पादक सामग्री की कमी और किसानों की आर्थिक कठिनाइयों के विरोध में इस्लामाबाद में मार्च करने की योजना की घोषणा की है. किसानों का मार्च 14 फरवरी को मुल्तान से शुरू होगा, निकाय ने यह घोषणा शनिवार को की.
किसान इत्तेहाद के अध्यक्ष खालिद महमूद खोखर ने कहा कि फरवरी में देशभर में कई जुलूस निकाले जाएंगे और वे आखिरकार मुल्तान में मिलकर लाहौर और इस्लामाबाद की ओर बढ़ेंगे.
उन्होंने कहा कि बड़ा मार्च फरवरी के अंतिम सप्ताह में इस्लामाबाद पहुंचेगा.
पूरे पाकिस्तान में किसानों को उर्वरकों, विशेष रूप से यूरिया की भारी कमी का सामना करना पड़ा है.
विपक्ष पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने कहा है कि पूरे देश का पेट भरने वाले लोग बेबस होकर विरोध कर रहे हैं और सरकार उन पर ध्यान नहीं दे रही है.
उन्होंने कहा कि अगर सरकार तुरंत किसानों की सहायता के लिए आगे नहीं आती है तो पूरे देश को नुकसान होगा.
विपक्षी नेता ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार के तहत चीनी और गैस के बाद यूरिया भी देश में एक विलासिता की चीज बन गई है.
उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों को उचित मूल्य पर यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित करनी चाहिए.
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी फरवरी के अंत में इस्लामाबाद में एक मार्च का नेतृत्व करने की योजना बनाई है, जबकि पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट ने 23 मार्च को विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है.