पाकिस्तान : आर्थिक स्थिति भयावह, 37 फीसदी आबादी को नहीं मिल रहा खाना

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 07-12-2021
पाकिस्तान : 37 फीसदी आबादी को नहीं मिल रहा खाना
पाकिस्तान : 37 फीसदी आबादी को नहीं मिल रहा खाना

 

आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली

अब तक अंतरराष्ट्रीय संगठन तालिबान के अफगानिस्तान पर काबिज होने के बाद वहां की आर्थिक बदहाली की बातें कर रहे हैं. अब एक चौंकाने वाली खबर पाकिस्तान से है. आतंकवाद को पनाह देने वाले पड़ोसी मुल्क की आर्थिक दशा इतनी खराब है कि वहां के लोगों को तीन वक्त के भोजन का मुश्किल से जुगाड़ हो पा रहा है. लोग अपनी दैनिक जरूरतें तक पूरी नहीं कर पा रहे हैं.

इसका खुलासा करते हुए बलूचिस्तान विधानसभा में महिला संसदीय मंच की अध्यक्ष डॉ. रोबाबा खान बोलदी ने भविष्य पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की कम से कम 37फीसदी आबादी कुपोषण से प्रभावित है, जबकि बलूचिस्तान में यह अनुपात करीब 50फीसदी तक पहुंच गया है.

पाकिस्तान के अखबार एक्सप्रेस डेली के अनुसार, एक पोषण सर्वेक्षण से पता चला है कि पाकिस्तान में एक तिहाई से अधिक बच्चे कुपोषित हैं. इनमें से ज्यादातर बच्चे सिंध और बलूचिस्तान प्रांत के हैं. इतना ही नहीं, स्थिति दिन पर दिन विकट होती जा रही है.

डॉ. रोबाबा खान ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) बलूचिस्तान में संकट में सहायता कर रहा है और डब्ल्यूएचओ की मदद से बलूचिस्तान में कुपोषित बच्चों की देखभाल के लिए एक केंद्र स्थापित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में इस वक्त हालात बेहद मुश्किल हैं. पाकिस्तान की करीब 37 फीसदी आबादी को उचित भोजन नहीं मिल रहा है.

डॉ. रोबाबा ने कहा कि यहां पोषण की कमी का मुख्य कारण गरीबी और संसाधनों की कमी है. लोगों के पास रोजगार नहीं हैं, न ही किसी के पास गुजारा करने के लिए कोई ठोस काम है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में लगभग 500,000 लोगों को जुलाई में खाद्य आपातकाल का सामना करना पड़ा.

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में इस समय पांच लाख लोग खाद्य संकट या आपात स्थिति का सामना कर रहे है. इसके अलावा, देश में लगभग 100,000 लोगों को जीवित रहने के लिए सहायता की तत्काल आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि सूखे और पानी की कमी के कारण फसल भी नष्ट हो रही हैं. कृषि की कमी के कारण पशुधन की कमी हो रही है.