भारत को नसीहत से पहले अपने गिरेबां में झांके पाकिस्तान

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 28-12-2021
पाकिस्तान: 90 चूहे खाकर बीबी हज को चली
पाकिस्तान: 90 चूहे खाकर बीबी हज को चली

 

मलिक असगर हाशमी /नई दिल्ली /इस्लामाबाद
 
पड़ोसी पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति बेहद बदतर है. आए दिन वहां से अल्पसंख्यकांे को पड़ताड़ित किए जाने की खबरें आती रही हैं. अंतरराष्ट्रीय संगठनों का माना है कि पाकिस्तान में हरेक वर्ष  1000 अल्पसंख्यकों की अल्प उम्र बच्चियों का जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है.

वही पाकिस्तान अब भारत को नसीहत दे रहा है. भारत के  मुसलमानों को लेकर समय≤ हमदर्दी का दिखावा किया जाता है. अब उसने हरिद्वार के ‘हेटस्पीच’ मामले में दखल देने की कोशिश की है.  
 
पाकिस्तान ने सोमवार को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रभारी उच्चायुक्त को तलब किया और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा भड़काने के इरादे से हाल में हरिद्वार में एक बैठक में कथित अभद्र भाषा पर चिंता व्यक्त की.
 
 हरिद्वार में 16 से 19 दिसंबर के बीच वेद निकेतन धाम में आयोजित धर्म संसद में वक्ताओं ने कथित तौर पर मुस्लिम विरोधी भड़काऊ भाषण दिए थे. कार्यक्रम का आयोजन गाजियाबाद के डासना मंदिर के पुजारी यति नरसिम्हा आनंद ने किया था.
 
मुसलमानों के खिलाफ नफरत भरे भाषण और हिंसा को बढ़ावा देने के लिए पुलिस पहले से नरसिम्हनंद की तलाश में है.
 
इस कार्यक्रम में कई वक्ताओं ने कथित तौर पर ‘अल्पसंख्यकों के नरसंहार‘ के नारे के साथ भड़काऊ और घृणास्पद भाषण दिए. पाकिस्तान ने भारतीय पक्ष को बताया कि नागरिक समाज के एक वर्ग और देश के लोगों ने कथित अभद्र भाषा को खतरनाक करार दिया है.
 
पाकिस्तान विदेश कार्यालय के एक बयान के अनुसार, यह भारत के लिए बेहद निंदनीय है कि न तो आयोजकों ने कोई खेद व्यक्त किया है और न ही भारत सरकार ने उनकी निंदा की.
उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. विदेश कार्यालय ने कहा कि मुसलमानों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं ने‘इस्लामोफोबिया के प्रति बिगड़ती प्रवृत्ति को उजागर किया है और भारत में मुसलमानों के भविष्य के बारे में एक गंभीर सवाल उठाया है.‘
 
हालांकि, इस मामले में विरोध दर्ज कराने से पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान शायद यह भूल गए या जानबूझकर नजरअंदाज कर दिया कि इस मामले में भारत के बुद्धिजीवी सक्रिय हो गए हैं.
 
सुप्रीम कोर्ट में कार्रवाई के लिए याचिका डाली गई है. उत्तराखंड पुलिस ने भी जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है. जब कि पाकिस्तान में हाल में कई मंदिरों पर हमले किए गए.
 
फिर भी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर कोई व्यवस्था नहीं गई है. पाकिस्तान के कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म से आए दिन वहां अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित किए जाने की खबरें आती रहती हैं. इमरान खान अल्पसंख्यकों को सुरक्षा और सम्मान देने के नाम पर सत्ता में आए हैं.
 
जबकि कोरोना काल में वहां के अल्पसंख्यकों को अनाज के बदले धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास किया गया. ईशनिंदा के नाम पर पाकिस्तान के अल्पसंख्यक इस कदर प्रताड़ित किए जा रहे हैं कि उन्हें देश छोड़ना पड़ रहा है.