आवाज- द वॉयस/ इस्लामाबाद
सोशल मीडिया उन 50 पाकिस्तानियों की खबरों से भरा पड़ा है, जो तालिबान की तरफ से लड़ने गए थे और मारे गए थे.
सोहेल नूर खान ने एक ट्वीट में कहा, "उन लोगों की सूची जो पिछले कुछ महीनों में अफगान सेना से लड़ने गए थे और मारे गए थे. सभी पाकिस्तानी नागरिक हैं और कोई अफगान शरणार्थी नहीं है. हां मिस्टर इमरान खान पाकिस्तान एक अभयारण्य नहीं है, अफगानिस्तान के खिलाफ पाकिस्तान खुद यह जंग लड़ रहा है."
खान ने कहा है कि पाकिस्तानी नागरिक अफगान सेना से लड़ रहे हैं और पाकिस्तान अफगानिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ रहा है.
खान ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि पेशावर में एक मदरसा प्रमुख को उसकी सुरक्षा के लिए 10 कमांडो दिए गए हैं और यह शख्स युवाओं को अफगानिस्तान में आतंकवाद को अंजाम देने के लिए उकसा रहा है.
"सफेद कपड़े पहने हुए व्यक्ति कोई वैज्ञानिक या राजनेता नहीं है, बल्कि पेशावर के ताज बाजार में एक मदरसे का अधीक्षक है, जिसका नाम रहीमुल्ला हक्कानी है, जो तालिबान को अफगानिस्तान में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करता है. पाकिस्तान ने उसे अपनी सुरक्षा के लिए 10 कमांडो दिए हैं."
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि तालिबान अपने नए लड़ाकों को डूरंड लाइनके पास जमा कर रहा है.
खान ने कहा, "वे बाड़ में गुप्त दरवाजे खोलने के लिए पाकिस्तानी सेना से प्राधिकरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं. ये नए लड़ाके तालिबान को अग्रिम पंक्ति में मजबूत करेंगे."