पाक सेना ने करीमा बलोच के शव को कब्जे में लिया, परिजन बंधक बनाए, तनाव, संचार सेवाएं ठप

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 24-01-2021
बलोचिस्तान की मानवाधिकारी कार्यकर्ता करीमा बलोच. कनाडा में उनकी हत्या हो गई थी. शव पाकिस्तान लाया गया, तो पाकिस्तानी सेना ने उसे अपने कब्जे में ले लिया.
बलोचिस्तान की मानवाधिकारी कार्यकर्ता करीमा बलोच. कनाडा में उनकी हत्या हो गई थी. शव पाकिस्तान लाया गया, तो पाकिस्तानी सेना ने उसे अपने कब्जे में ले लिया.

 

 

कराची, पाकिस्तान. पाकिस्तानी अधिकारियों ने बलूचिस्तान में सभी संचार प्रणालियों को बंद कर दिया है और मारी गई मानवाधिकार कार्यकर्ता करीमा बलोच के गृहनगर टंप के सभी प्रवेश बिंदुओं को बंद कर दिया है. पाकिस्तानी सरकार इस कदर डरी हुई है कि सेना ने करीमा बलोच के शव को अपने कब्जे में ले लिया है और अधिकारी उनके परिजनों को भी बंधक बनाकर अपने साथ अज्ञात स्थान पर ले गए हैं, जो कराची एयरपोर्ट पर करीमा के शव को लेने गए थे.

एक कार्यकर्ता लतीफ जोहर बलोच ने अपने ट्वीट में कहा, ”पाकिस्तानी अधिकारियों ने बलूचिस्तान में सभी संचार प्रणालियों को बंद कर दिया. करीमा बलोच के गृहनगर टम्प के सभी प्रवेश मार्ग बंद हैं. हमें नहीं पता कि पाकिस्तान के सुरक्षा बल करीमा के शव और उसके परिवार के उन लोगों के साथ क्या क्या कर रहे हैं, जो शव लेने गए थे.“

पिछले साल दिसंबर में कनाडा के टोरंटो में एक प्रमुख बलोच कार्यकर्ता करीमा बलोच की हत्या हो गई थी. इस हत्या में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी पर आरोप लगाए गए थे. उनके शव को कराची लाया गया था और फिर उसे कराची से बलूचिस्तान ले जाए जाने की तैयारियां की गई थीं. ताकि करीमा के शव को बलोचिस्तान में दफनाया जा सके.

कराची एयरपोर्ट पर उतरते ही बलूचिस्तान जाने से पहले ही सेना ने शव को घेर लिया और सेना अपने छह वाहनों में करीमा के शव और परिजनों को बंधक बनाकर अज्ञात स्थान पर ले गई.

करीमा के भाई समीर मेहराब बलोच का आरोप है कि शव को ले जाते समय सेना ने उनके परिवार को भी बंधक बना लिया था.

करीमा बलोच के भाई ने ट्वीट किया कि बहिन के जिंदा रहने पर उसका पाक सेना द्वारा अपहरण किए जाने का भय बना रहता था, लेकिन यह नहीं मालूम था कि उसके शव का भी सेना अपहरण कर सकती है.

बलोच नेता लतीफ जौहर ने पाकिस्तानी सरकार से करीमा के शव को परिजनों को सौंपने की मांग की है. उन्होंने कहा कि यह सरकार का अमानवीय कृत्य है.

करीमा के शव को जबरन कब्जे में लेने की बलोच सोलिडेरिटी कमेटी ने कड़ी निंदा की है. संगठन ने बयान में कहा है कि करीमा के शव को कराची एयरपोर्ट से पूरे सम्मान के साथ  बलूचिस्तान ले जाने की तैयारी थी. दिसंबर में करीमा का शव टोरंटो में एक झील के किनारे मिला था. हत्या के विरोध में अमेरिका, कनाडा, पाकिस्तान सहित कई देशों में जबर्दस्त प्रदर्शन हुए थे.

पाकिस्तानी मामलों के जानकार तारिक फतेह और बी. वागमर ने कनाडा की सरकार से अपील की है कि वह पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों पर पुनर्विचार करे.

हाल ही में एक कनाडाई न्यूज आउटलेट से बात करते हुए, वागमार ने कहा कि पाकिस्तान के तत्वों द्वारा ‘किसी भी और हर बलोच की आवाज को दबाना’ एक व्यवस्थित अभियान है.