काबुल. पाकिस्तान की आईएसआई प्रमुख फैज हमीद ने काबुल का दौरा किया. अब रिपोर्टें सामने आई हैं कि पाकिस्तान पूरी तरह तालिबान के समर्थन में उतर आया है. पंजशीर में उलझे तालिबान लड़कों की मदद के लिए पाकिस्तानी वायु सेना ने ड्रोन हमले किए हैं. अफगानिस्तान के पूर्व उप राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह के घर पर भी हमला किया गया, लेकिन वे तब तक सुरक्षित ठिकाने के लिए निकल चुके थे.
हस्ती टीवी के फुटैज में पंजशीर घाटी क्षेत्र में पाकिस्तान के ड्रोन उड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं.
अफगानिस्तान के पूर्व समांगन सांसद जिया अरियनजाद ने भी आमज न्यूज को इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा कि पाकिस्तानी ड्रोन ने रविवार को ‘स्मार्ट बम’ का इस्तेमाल करते हुए पंजशीर पर हमला किया. इस कार्रवाई ने एक बार फिर अफगानिस्तान के विद्रोह और ‘आक्रमण’ में पाकिस्तान की सक्रिय भागीदारी को उजागर किया है. पंजशीर नार्दन एलायंस का आखिरी गढ़ था, जो तालिबान का सामना कर रहा था.
अहमद मसूद ने सोमवार को खुलासा किया कि आतंकवादी समूह को पाकिस्तान वायु सेना और आईएसआई से हवाई समर्थन मिल रहा है. मसूद ने ट्विटर पर कहा कि तालिबान पंजशीर पर हमला करने के लिए पर्याप्त मजबूत नहीं था और उसे ड्रोन और हेलीकॉप्टर के माध्यम से पाकिस्तान द्वारा सहायता प्रदान की गई थी.
तालिबान के साथ आमने-सामने की लड़ाई के दौरान पंजशीर प्रांत में राष्ट्रीय प्रतिरोध मोर्चा (एनआरएफ) के प्रवक्ता फहीम दश्ती की मौत हो गई है.
तालिबान विरोधी मोर्चे ने मसूद के भतीजे जनरल साहिब अब्दुल वुदोद जारा को भी लड़ाई में खो दिया.